मनरेगा का नाम बदलने पर कांग्रेस नेता बसंत चौधरी ने सरकार से किए तीखे सवाल
सौरभ वीपी वर्मा
तहकीकात समाचार
बस्ती- मनरेगा योजना का नाम बदले जाने को लेकर पूर्व लोकसभा प्रत्याशी बस्ती कांग्रेस नेता बसंत चौधरी ने केंद्र सरकार पर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार स्पष्ट करे कि जिस नाम से योजना को जोड़ा गया है, वह “पूज्य बापू” आखिर हैं कौन?
बसंत चौधरी ने कहा कि देश में आसाराम बापू, मुरारी बापू सहित अनेक साधु-संत हैं, जिन्हें उनके अनुयायी “पूज्य बापू” कहकर संबोधित करते हैं। ऐसे में “पूज्य बापू ग्रामीण रोज़गार योजना” नाम से आम जनता के बीच भ्रम की स्थिति उत्पन्न होना स्वाभाविक है। उन्होंने सवाल किया कि जब पहले से ही यह योजना महात्मा गांधी के नाम से जानी-पहचानी थी, तो फिर नाम बदलने की आवश्यकता क्यों पड़ी?
कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि आखिर “गांधी” शब्द से इतनी असहजता या नफ़रत क्यों है, जिसके चलते देश की सबसे बड़ी रोज़गार गारंटी योजना से महात्मा गांधी का नाम हटाया गया। उन्होंने चिंता जताई कि कुछ वर्षों बाद लोगों को यह तक याद नहीं रहेगा कि कभी ग्रामीण रोज़गार से जुड़ी कोई राष्ट्रीय योजना महात्मा गांधी के नाम से भी संचालित होती थी।
बसंत चौधरी ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि नाम बदलना सरकार का अधिकार हो सकता है, लेकिन ज़मीनी सच्चाई यह है कि जनता को नाम नहीं, काम चाहिए। यदि सरकार नाम बदलकर भी ईमानदारी से काम करती है तो यह स्वागतयोग्य है। अंत में उन्होंने कहा— “ठीक है, नाम बदलकर काम करो, लेकिन काम तो करो।