बस्ती - सामाजिक कार्यकर्ता बृजेश पटेल ने आज गौसैसीपुर पहुंच कर मृतक राममिलन के परिवार से मुलाकात किया । इस मुलाकात में मृतक की पत्नी ने पुलिस के रवैये पर सवाल खड़ा किया और बताया कि 25 जनवरी को लगभग दो ढाई सौ की संख्या में मेरे घर पर दबंग किस्म के लोग चढ़कर गाली गलौज देते हुए पत्थर चलाये , इस मामले की शिकायत करने के बाद पुलिस ने गंभीरता नही दिखाई वहीं उल्टे हमारे पति को थाने में बैठा लिया बाद में पुलिस ने 25 हजार रुपया लेने के बाद थाने से छोड़ा । उसके बाद फिर 10 फरवरी को सैकड़ो लोगों ने मिलकर राममिलन की हत्या कर दिए एवं उनके बेटे विशाल चौधरी के पैर को काट दिया .दोनों हाथ की हड्डियों को कई जगहों पर तोड़ दिया गया , घर में मौजूद महिलाओं के साथ गाली गलौज व छेड़छाड़ कर मारा पीटा गया उसके बाद भी पुलिस प्रशासन अभी अपराधियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है , पीड़ित ने कहा कि 25 फरवरी को पुलिस मामले की गंभीरता देखती तो आज परिवार को नही खोना पड़ता।
पीड़ित परिवार के लोगों का कहना है कि हमको प्रशासन की तरफ से सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराई जाए और दोनों बेटे को नौकरी दी जाए एवं परिवार के लोगों को मुआवजा भी दिया जाए ।
बृजेश पटेल ने कहा कि वह पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं और उन्हें हर संभव मदद देने के लिए तैयार हैं। बता दें कि जमीन के एक मामले को लेकर कलवारी थाना क्षेत्र के गौसेसिपुर गाँव में 10 फरवरी को गांव के ही दलितों ने राममिलन चौधरी की हत्या कर दिया था वहीं मृतक राम मिलन के बेटे के पैर को भी धारदार हथियार से काटकर अलग कर दिया था उसी के साथ ही परिवार के और लोगों को भी दंबगों ने मार कर घायल कर दिया था जिसमें पुलिस के प्रति लापरवाही बरतने का आरोप परिवार और क्षेत्र के लोगों ने लगाया है ।