यशःकायी बाबूराम वर्मा
यशः काई बाबूराम वर्मा का जन्म सन् 1930 में बस्ती जनपद के सल्टौवा ब्लाक अन्तर्गत अमरौली सुमाली (बरहपुर में हुआ था। इनके पिता का नाम स्व0 रामनरेश चौधरी था । वे अपनी शिक्षा प्राप्त करने के बाद समाज में अशिक्षितों की संख्या को देखते हुए अधिक से अधिक लोगों को शिक्षित करने का संकल्प लिया जिसके परिणाम स्वरूप प्राइमरी स्कूल के अध्यापक के रूप में समाज सेवा प्रारम्भ किया । किन्तु कुछ ही दिनों बाद पिछड़े गरीबों तथा मजलूमों के दुदर्शा को देखकर उन्होंने इसके विरुद्ध संघर्ष करने का मन बनाया और 1957 में प्राइमरी के अध्यापक पद से त्याग-पत्र देकर रारजनीति की शुरूआत किया। उनके मन में सामाजिक गैर बराबरी की व्यवस्था खटकती रही। उन्होंने सामाजिक परिवर्तन के लिए संघर्ष' किया ।
उस समय वे पिछड़े वर्ग (कुर्मी समाज) के अकेले ऐसे नेता थे जो तमाम अपमान और कष्ट सहकर भी पिछड़े दलितों के आवाज को बुलन्द किया। सन् 1975 में इमरजेन्सी के दौरान वे छब्बीस महीने जेल में रहे । सन् 1977 में राम नगर विधान सभा क्षेत्र से जनता पार्टी के टिकट पर भारी बहुमत से विधायक चुने गये । वे बीसों वर्ष तक अपने ग्रामसभा के प्रधान भी रहे। सन् 1993 में वे दुबारा समाजवादी पार्टी से विधायक चुने गये । उनका पूरा जीवन दलितों, पिछड़ों के हक और सम्मान की लड़ाई के लिए समर्पित रहे । उनका चलते फिरते ही 23 नवम्बर 1997 निधन हो गया और बस्ती के लाखों लोग उनके अनुयायी शोक में डूब गये ।
-प्रेम चन्द्र'
Bkd