केoसीo श्रीवास्तव
उत्तर प्रदेश- पुरानी पेंशन बहाली के लिए मंगलवार को शिक्षकों ने बीआरसी पर हुंकार भरी। तीन घंटे तक चले धरना-प्रदर्शन में शिक्षकों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने मुख्य सचिव को संबोधित 21 सूत्री मांग पत्र संबंधित बीईओ को सौंपा। शिक्षक एक दिन का आकस्मिक अवकाश लेकर आंदोलन में शामिल हुए।
बस्ती जनपद के विकास खण्ड कप्तानगंज के ब्लाक संसाधन केन्द्र पर आयोजित धरने को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष चन्द्रिका सिंह ने कहा कि इतिहास गवाह है कि जिन - जिन सरकारों ने शिक्षकों का अहित किया है उसकी सत्ता में पुनः वापसी नहीं हो पाई है ।उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन हम लेकर ही दम लेंगे और इक्कीस सूत्रीय मांगों के पूरी होने तक संघर्ष जारी रहेगा ।
शिक्षकों ने कहा कि यूपी में पुरानी पेंशन बहाली के लिए वर्षों से आंदोलन चल रहा है। केंद्र और राज्य सरकार शिक्षकों के हितों की अनदेखी कर रही है। शिक्षकों को उपार्जित और प्रत्येक महीने के दूसरे शनिवार को भी अवकाश चाहिए। शिक्षा पर जोर देने वाली सरकार हर विद्यालय में फर्नीचर, पंखे, पीने का शुद्ध पानी और चहारदीवारी के इंतजाम कराए जाएं। विद्यालय की रखवाली के लिए चौकीदार की नियुक्ति और शिक्षकों के पदोन्नति की कार्रवाई तत्काल पूरी की जाए।
शिक्षकों ने शिक्षामित्र, अनुदेशक और रसाइयों का मानदेय भी बढ़ाने की मांग की। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण के दौरान मृतक शिक्षकों के परिजनों को अब तक अहेतुक मदद नहीं मिली, जिससे उनका परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहा है
21 सूत्री मागों को लेकर प्राथमिक शिक्षक संघ के डुमरियागंज ब्लॉक के अमृत लाल वर्मा ने पुरानी पेंशन को लेकर अपना पक्ष रखा।
खुनियाव मे, प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा आयोजित धरने में अनिल कुमार त्रिपाठी ने आवाज बुलंद किया
इसी प्रकार सल्टौआ गोपालपुर , रामनगर ,रुधौली ,गौर समेत मंडल के सभी ब्लाकों में शिक्षक संघ के लोगों ने धरना प्रदर्शन कर अपनी मांगों के लिए आवाज बुलंद किया।
धरने मुख्य रुप से नसीम अहमद , दिनेश चन्द्र राम मिलन ,हरि ओम शंकर दौलत राम, राहुल श्रीवास्तव, शैलेंद्र श्रीवास्तव, तिलक राम , इश्तियाक अहमद, तनवीर अहमद। सुधीर तिवारी , शिव प्रकाश सिंह , उमेश यादव , अशद जमाल , फौजदार यादव , कुसुम , दुर्गावती मिश्रा , बी ० पी० आनन्द , संजय मिश्र , पुष्पेन्द्र कुमार , शिवयज्ञ , बेंचू , शिवशरन , प्रदीप यादव , राम सूरत
सहित भारी संख्या में शिक्षकों की लोगों उपस्थिति रही।