पत्रकार को झूठे मुकदमे में फंसा कर गिरफ्तारी के लिए सोनीपत पुलिस को मिला था 50,000 का रिश्वत - तहक़ीकात समाचार

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शुक्रवार, 21 अगस्त 2020

पत्रकार को झूठे मुकदमे में फंसा कर गिरफ्तारी के लिए सोनीपत पुलिस को मिला था 50,000 का रिश्वत

 (चंडीगढ़ ब्यूरो)

 सोनीपत की वरिष्ठ महिला पत्रकार पर कुछ अपराधी प्रवृति के असामाजिक लोगो ने 22 फरवरी 2020  को सिविल लाइन थाना सोनीपत में मुकदमा संख्या 0104  मारपीट को लेकर झूठा व निराधार साजिश के तहत मुकदमा दर्ज करवा दिया था जिस पर महिला पत्रकार ने सूचना का अधिकार अधिनियम 2005  के अंतर्गत RTI से जवाब मांगा था जिस में सम्बंधित मुक़दमे के IO अजित सिंह ( हेड कॉन्स्टेबल थाना सिविल लाइन सोनीपत ) ने अपनी जाँच रिपोर्ट में स्पष्टतौर पर लिखा है की नवीन बंसल पुत्र रामकुमार व इंदु बंसल पत्नी नवीन बंसल पर लगाए गए आरोपों में कोई सच्चाई नहीं पाई गई है।

 सूचना के अधिकार अधिनियम से प्राप्त जानकारी के बाद महिला पत्रकार ने सोनीपत पुलिस अधीक्षक को एक लिखित प्रार्थना पत्र देकर  दोषियों के खिलाफ़ उचित कार्यवाही की मांग की है।  

  महिला पत्रकार इन्दु बंसल ने बताया कि मेरे व मेरे पति के खिलाफ साजिस के तहत यह झूठा मुकदमा समझौते का दबाव बनाने की नियत से आशीष पांचाल पुत्र मुकेश पांचाल  निवासी गांव नांगल खुर्द जिला सोनीपत व आशीष के पिता मुकेश पांचाल  निवासी गांव नांगल खुर्द जिला सोनीपत  ने अपने मित्र हिमांशु कौशिक के साथ मिली भगत करके हमारे खिलाफ दर्ज कराया था। जो पुलिस जांच में झूठा पाया गया। महिला पत्रकार ने बताया कि इन अपराधियो पर पहले से ही कई आपराधिक मुक़दमे दर्ज है और मेरे ऊपर समझौते का दबाव बनाने की नीयत से इन्हों ने यह साज़िश मेरे ऊपर रची थी। 
गौरतलब है कि महिला पत्रकार के साथ धोखा धड़ी के आरोप में प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज के आदेश पर गठित SIT की जांच के बाद इन दोषियों के खिलाफ सिटी थाना शहर सोनीपत मे IPC की धरा 406 , 420 ,467 ,468 ,471 के तहत मुकदमा संख्या 0001 दिनांक 02 /01 /2020  से दर्ज है जिसमे अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायालय सोनीपत से इन दोषियों की अग्रिम जमानत याचिका भी ख़ारिज हो चुकी है  जिसमे आज तक भी इन दोषियों की गिरफ़्तारी भी नहीं हुई है । महिला पत्रकार ने अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि इन दोषियों द्वारा साजिस के तहत  हमारे ऊपर किये गए इस झूठे मुक़दमे के कारण मै और मेरा परिवार सामाजिक,मानसिक,आर्थिक प्रताड़ना झेलने को मजबूर है।

अब देखना यह होगा कि सोनीपत की एक सम्माननीय महिला पत्रकार पर दोषियों द्वारा  किये गए इस झूठे मुक़दमे के कारण महिला पत्रकार व उस के परिवार की जो मान हानि हुई है ओर इन दोषियों द्वारा बार - बार महिला पत्रकार व उस के परिवार को झूठे मुक़दमे में फ़साने व जान से मरने की जो धमकिया दी गई उस पर सोनोपत पुलिस क्या कार्यवाही करती है। 

महिला पत्रकार ने एक सनसनीखेज खुलासा करते हुए बताया कि इस मुक़दमे के जांच अधिकारी ने महिला पत्रकार को बताया था की इस झूठे मुक़दमे मे फसा कर महिला पत्रकार की गिरफ़्तारी के दोषियों ने 50,000 रुपए की रिश्वत की ऑफर भी की थी।
         

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