यह मामला प्राइवेट स्कूलों को लेकर है जहां अभिभावकों द्वारा बार-बार शिकायत मिल रही है कि स्कूल प्रबंधन द्वारा मार्च से लेकर जुलाई महीने तक का फीस जमा करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।
बरगदवा निवासी दीपचंद्र चौधरी ने तहकीकात समाचार को बताया कि उनके बच्चे श्री लालबहादुर शास्त्री बाल विद्या मंदिर बरगदवा में पढ़ रहे थे .उन्होंने बताया कि देश मे फैली महामारी के बाद हुए लॉकडाउन में मार्च के महीने से स्कूल बंद है लेकिन विद्यालय प्रशासन द्वारा मार्च से लेकर जुलाई तक का फीस और अंक पत्र के लिए 200 रुपये का चार्ज लिया गया।
उन्होंने बताया कि विद्यालय द्वारा सभी बच्चों से फीस वसूलने के लिए दबाव बनाया गया जिसके कारण पैसे की किल्लत होने के बाद भी स्कूल को फीस और अंकपत्र का चार्ज देना पड़ा।