उच्च शिक्षा ग्रहण करने और खेल के क्षेत्र में महारत हासिल करने के बाद भी राजा लक्ष्मेश्वर सिंह ने खेती को ही अपना व्यसाय बनाया क्योंकि उनका सपना था कि बस्ती में इतना अनाज पैदा किया जाए ताकि एक भी व्यक्ति भूखे पेट सोने के लिए मजबूर न हो यह बात कहना है राष्ट्रीय लोकदल के आईटी सेल के संयोजक राजा ऐश्वर्य राज सिंह का ।
उन्होंने बताया कि उनके सपने को साकार करने के लिए राजमहल द्वारा 18 अप्रैल को उनके जन्मदिवस के अवसर पर उनके द्वारा प्रारम्भ की गई खेती से उत्पन्न अन्न हम उन लोगों तक पहुंचाने का कार्य करेंगे जो इस कठिन परिस्थिति में दुख का सामना कर रहे हैं। ऐश्वर्यराज सिंह ने कहा कि हम इस अवसर पर लगभग 50 क्विंटल अन्न (आटा, चावल, आलू, प्याज, सोयाबीन व तेल), 500 पैकेट में वितरित करने का प्रयास कर रहे हैं।