विश्वपति वर्मा_
ये बॉलीबुड के अभिनेताओं ने भी समय समय पर देश के गरीबों के नाम पर खूब व्यापार किया है ,बॉलीबुड हो या किसी और पर्दे की बात करें जंहा भी गरीब या गरीबी से जुड़ी हुई पहलुओं पर फ़िल्म का निर्माण किया गया है वँहा देश के नागरिकों ने जमकर धनवर्षा किया है ,जिसमे फायदा केवल और केवल फ़िल्म जगत को हुआ है ।
हाल ही में गायक हिमेश रेशमिया ने अपने अपकमिंग फिल्म हैप्पी हार्डी एंड हीर' में रेलवे स्टेशन पर गाना गाकर जीवन यापन करने वाली रानू मंडल को गाने का मौका दिया ,जिससे एक तरफ जंहा रानू मंडल विख्यात हो गईं वंही हिमेश रेशमिया सहित फ़िल्म जगत के तमाम कलाकरों के तारीफों के पुल बांधे जा रहे हैं।
लेकिन क्या आपको पता है कि इस गाने को लिखने वाले गीतकार संतोष आनंद आज बदहाली में जीवन गुज़ार रहे हैं पांच साल पहले उनके बेटे और बहू ने सुसाइड कर लिया था। इस घटना के बाद वह बुरी तरह से टूट गए आज उनकी स्थिती यह है कि कार्यक्रमों में गाना गाकर अपना पेट पाल रहे हैं लेकिन हिमेश रेशमिया या किसी अन्य कलाकारों ने कभी संतोष आंनद के विपरीत परिस्थितियों में उनका साथ देना उचित नही समझा जबकि रानू मंडल यानी एक गरीब असहाय गायिका को अपने फ़िल्म में गाने का मौका देकर फ़िल्म का प्रमोशन फ्री में करा लिया है ,कौन जान रहा था हिमेश के फ़िल्म के बारे में लेकिन अब हर किसी को उस फिल्म को देखने का इंतजार है कि आखिर कब वह फ़िल्म आएगी जिसमे एक रेलवे स्टेशन पर गाना गाने वाली गरीब महिला को फिल्म में जगह मिल गया यानी बात साफ है कि गरीब और गरीबी के नाम पर एक फ़िल्म की टीआरपी आसानी से बढ़ गया अब रोकरके आंसू बहाएं संतोष आनंद जिसके पास रानू मंडल को देखने के लिए अपना स्मार्टफोन भी नही है।
ये बॉलीबुड के अभिनेताओं ने भी समय समय पर देश के गरीबों के नाम पर खूब व्यापार किया है ,बॉलीबुड हो या किसी और पर्दे की बात करें जंहा भी गरीब या गरीबी से जुड़ी हुई पहलुओं पर फ़िल्म का निर्माण किया गया है वँहा देश के नागरिकों ने जमकर धनवर्षा किया है ,जिसमे फायदा केवल और केवल फ़िल्म जगत को हुआ है ।
हाल ही में गायक हिमेश रेशमिया ने अपने अपकमिंग फिल्म हैप्पी हार्डी एंड हीर' में रेलवे स्टेशन पर गाना गाकर जीवन यापन करने वाली रानू मंडल को गाने का मौका दिया ,जिससे एक तरफ जंहा रानू मंडल विख्यात हो गईं वंही हिमेश रेशमिया सहित फ़िल्म जगत के तमाम कलाकरों के तारीफों के पुल बांधे जा रहे हैं।
लेकिन क्या आपको पता है कि इस गाने को लिखने वाले गीतकार संतोष आनंद आज बदहाली में जीवन गुज़ार रहे हैं पांच साल पहले उनके बेटे और बहू ने सुसाइड कर लिया था। इस घटना के बाद वह बुरी तरह से टूट गए आज उनकी स्थिती यह है कि कार्यक्रमों में गाना गाकर अपना पेट पाल रहे हैं लेकिन हिमेश रेशमिया या किसी अन्य कलाकारों ने कभी संतोष आंनद के विपरीत परिस्थितियों में उनका साथ देना उचित नही समझा जबकि रानू मंडल यानी एक गरीब असहाय गायिका को अपने फ़िल्म में गाने का मौका देकर फ़िल्म का प्रमोशन फ्री में करा लिया है ,कौन जान रहा था हिमेश के फ़िल्म के बारे में लेकिन अब हर किसी को उस फिल्म को देखने का इंतजार है कि आखिर कब वह फ़िल्म आएगी जिसमे एक रेलवे स्टेशन पर गाना गाने वाली गरीब महिला को फिल्म में जगह मिल गया यानी बात साफ है कि गरीब और गरीबी के नाम पर एक फ़िल्म की टीआरपी आसानी से बढ़ गया अब रोकरके आंसू बहाएं संतोष आनंद जिसके पास रानू मंडल को देखने के लिए अपना स्मार्टफोन भी नही है।