बस्ती-डुमरियागंज मार्ग पर हादसे के साए, लटके पेड़ दे रहे खतरे का न्योता

112 करोड़ की सड़क  लटके पेड़ बना रहे मौत का जाल

बस्ती-डुमरियागंज मार्ग पर हादसे के साए, लटके पेड़ दे रहे खतरे का न्योता

वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं पूर्व लोकसभा प्रत्याशी बस्ती बसंत चौधरी ने लटके एवं सूखे पेड़ों को कटाने के लिए उठाई आवाज

सौरभ वीपी वर्मा
तहकीकात समाचार

बस्ती। बस्ती-डुमरियागंज मार्ग पर निर्माणाधीन सड़क पर लटके और सूखे पेड़ राहगीरों के  लिए जानलेवा साबित हो रहे हैं। 112 करोड़ रुपये की लागत से इस सड़क का निर्माण कार्य जारी है, लेकिन अब तक पेड़ों की कटाई और छंटाई नहीं की गई है। सड़कों के किनारे खुदाई के कारण कई पेड़ों की जड़ें कमजोर हो चुकी हैं, जिससे आए दिन सड़क पर पेड़ गिरने की घटनाएं हो रही हैं। इससे वाहन चालकों और पैदल चलने वालों की जान खतरे में पड़ गई है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि लटके हुए पेड़ कभी भी टूटकर गिर सकते हैं और गंभीर हादसा हो सकता है। हाल ही में बाराबंकी में रोड़वेज बस पर पेड़ गिरने से 5 लोगों की मौत हो गई लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इस मामले में गंभीर नही हो रहे हैं। 

वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं पूर्व लोकसभा प्रत्याशी बसंत चौधरी ने इस मामले को गंभीरता से उठाते हुए कहा कि सड़क निर्माण के साथ-साथ पेड़ों की कटाई और छंटाई का कार्य भी प्राथमिकता पर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मनौरी चौराहे से निकलने के बाद इस मार्ग पर करीब 30 किलोमीटर तक पेड़ों की वजह से हमेशा दुर्घटना की आशंका रहती है विभागीय अधिकारियों से अपेक्षा है कि जल्द से जल्द सूखे और लटके हुए पेड़ों को काटा जाए, ताकि राहगीरों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

राहगीरों ने भी अपील की है कि सड़क निर्माण कार्य में सुरक्षा मानकों का पालन किया जाए और लापरवाही न बरती जाए, क्योंकि यह मार्ग बस्ती से डुमरियागंज तक हजारों लोगों की रोजमर्रा की आवाजाही का प्रमुख साधन है।

अगर समय रहते पेड़ों की कटाई और छंटाई नहीं की गई तो किसी भी दिन बड़ा हादसा हो सकता है, जिसका जिम्मेदार संबंधित विभाग होगा।
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