सौरभ वीपी वर्मा
बस्ती- ग्राम पंचायतों में निष्क्रिय पड़े रिसोर्स रिकवरी सेंटर (आरआरसी) को अस्तित्व में लाने के लिए सल्टौआ विकास खंड के सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) वीरेंद्र तिवारी द्वारा नई पहल की गई है जिससे ग्राम पंचायतों में साफ सफाई की व्यवस्था भी सुनिश्चित होगी और ग्राम पंचायतों में लाखों रुपया खर्च करके बनाये गए आरआरसी भी अपने अस्तित्व में आएगी।
सहायक विकास अधिकारी ने बताया कि सल्टौआ विकास खण्ड में कुल 11 न्याय पंचायत हैं जिसमे कुल 95 ग्राम पंचायत हैं । उन्होंने बताया कि हप्ते के शनिवार को सचिव की देखरेख में 15 सफाई कर्मचारी गांव की गलियों को साफ करके कचरे को एकत्रित करेंगे उसके बाद गांवों से निकलने वाले कचरे को ई-रिक्शा के माध्यम से आरआरसी सेंटर तक पहुंचाएंगे जहां पर ठोस एवं तरल अपशिष्ट का निस्तारण उचित तरीके से किया जाएगा एवं कचरा प्रबंधन को लेकर ग्रामीणों को भी जागरूक किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि नई पहल के तहत एक नई शुरुआत की गई है जिसमे प्रत्येक ग्राम पंचायतों का क्यूआर कोड जनरेट किया गया है इसके तहत सफाई कर्मचारी गांव की जिस गली को साफ सुथरा करेंगे वहां लोगों से एक रुपया स्कैनर के माध्यम से ग्राम पंचायत के खाते में सहयोग करने की अपील करेंगे । एडीओ पंचायत ने बताया कि इस व्यवस्था से यह सुनिश्चित होगा कि सफाईकर्मी गांव में गए हैं और गांव के गलियों को साफ किये हैं दूसरी तरफ ग्रामीण भी गांव को साफ सुथरा रखने में सहयोग करेंगे ।उन्होंने आगे बताया कि आरआर सेंटर पर घरों से निकलने वाले प्रदूषणकारी ठोस अपशिष्ट कूड़ा कचरा को संचित किया जाएगा। बाद में इसका उचित तरीके से निस्तारण कराया जाएगा। कूड़े कचरे को रीसाइक्लिंग कर खाद के रूप में तब्दील किया जाएगा एवं आरआरसी सेंटरों से बनने वाले उत्पादों की बिक्री से ग्राम पंचायतों की आमदनी बढ़ाई जाएगी।