सौरभ वीपी वर्मा
फोटो- वहीदुल्लाह पूर्व प्रधान
यह कहानी उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जनपद के डुमरियागंज विकासखंड के भालूकोनी ग्राम पंचायत के प्रधान की है जिनके परिवार में वर्ष 1988 से प्रधानी का सत्ता रहा है लेकिन सेवाभाव एवं ईमानदारी की वजह से आज भी पूरा परिवार खपरैल की जर्जर मकान में रहकर खुश है।
भालुकोनी ग्राम पंचायत में वर्ष 1988 में मोहम्मद अमीन ने चुनाव जीता था जिनका कार्यालय 7 वर्षो तक चला उसके बाद 1995 में ग्राम पंचायत की सीट आरक्षित हो गई जिसमें इनके एक करीबी ने जीत हासिल की उसके बाद वर्ष 2000 में हुए चुनाव में मोहम्मद अमीन फिर से चुनाव जीतकर प्रधान बन गए वर्ष 2005 एक बार फिर से सीट आरक्षित होने से गांव की लीलावती देवी ने चुनाव में जीत हासिल की उसके बाद वर्ष 2010 में हुए चुनाव में मोहम्मद अमीन के पुत्र वहीदुल्लाह ने चुनाव में जीत हासिल की लेकिन 2015 में एक बार फिर से सीट आरक्षित हो गई जिसमें राजेंद्र प्रसाद ने चुनाव में जीत हासिल की उसके बाद 2021 में हुए चुनाव में सामान्य सीट पर वहीदुल्लाह के भाई अबुदल्लाह ने चुनाव में जीत हासिल करने के बाद ग्राम पंचायत में एक ही परिवार के तीसरे प्रधान बन गए।
पूर्व प्रधान एवं प्रधान प्रतिनिधि के तौर पर काम को देखने वाले वहीदुल्लाह ने बताया कि लंबे समय से परिवार में प्रधानी है लेकिन उनका परिवार अभी भी खपरैल के मकान में रहता है । उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत का बजट छोटा होने की वजह से अभी कई बुनियादी सुविधाओं का ढांचा तैयार नही हो पाया है ,उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत में पानी सीसी रोड़ एवं नाली की आवश्यकता ज्यादा है अगर सरकार द्वारा बजट दिया जाएगा तो गांव को विकास के पायदान पर सबसे बेहतर बनाने का कार्य किया जाएगा ।