उनके निर्देश पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की है। युवती की मां ने पुलिस को बताया कि 2020 फरवरी में निर्वाणी अखाड़ा के प्रखर जी महाराज विशेष धार्मिक कार्यक्रम के लिए कानपुर प्रवास पर थे। इस कार्यक्रम के आमंत्रण पर वह अपने पति व बेंगलुरु से पढ़ कर आई बेटी के साथ पहुंची थीं। आरोप है कि महाराज ने उनकी बेटी को बदनीयती से अपने पास बुलाया और एकांत कमरे में दीक्षा देने के बहाने उससे छेड़छाड़ व दुष्कर्म किया।
काफी देर बाद बेटी बाहर आई तो उसने आपबीती सुनाई और किसी से कुछ कहने पर माता-पिता की हत्या कराने की धमकी दी। इस पर दंपती डर कर बेटी को वहीं छोड़ कर चले आए। बाद में उन्हें पता चला कि महाराज जी उनकी बेटी को अपने साथ हरिद्वार शंकराचार्य मार्ग स्थित भूपत वाला विश्वनाथ आश्रम ले गए। उत्तराखंड प्रशासन से मदद मांगी तो बेटी की मानसिक स्थिति शून्य होने की जानकारी मिली। कई बार बेटी को वापस करने की याचना की, लेकिन प्रखर महाराज के गुर्गों ने उनके साथ अभद्रता करते हुए भगा दिया।