उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में जहरीली शराब पीने से मरने वालों का आंकड़ा 28 पहुंच गई है।यही नहीं इस जहरीली शराब से कई लोगों की आंखों की रोशनी भी चली गई है। इस मामले में अब तक छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है , डीएम ने घटना की मैजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। वहीं जिला आबकारी अधिकारी समेत पांच को निलंबित किया गया है।
तीन अलग-अलग इलाकों में सरकारी ठेकों से देसी शराब खरीदी गई थी। अलीगढ़ के एसएसपी ने अब तक 28 लोगों की मौत की पुष्टि की है। वहीं डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोगों की हालत अभी भी लगातार नाजुक बनी हुई है। करसुआ,अंडला, हैवतपुर,फतेहपुर,सुजापुर,छेरत गांव के साथ अब रायट गांव के पांच लागों की मौत हो गई है। वहीं शराब पीने से गंभीर हालत में 15 लोग जेएन मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है।
इससे पहले अलीगढ़ के अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व विधान जयसवाल ने बताया कि थाना लोधा, खैर और जवां के कुछ गांवों में शराब के सेवन से 18 व्यक्तियों (सरकारी आंकड़ा) की मृत्यु हुई है। 12 लोगों की हालत नाजुक है और उनका इलाज किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले के निवासी मृतकों को मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना के तहत 5-5 लाख की आर्थिक सहायता राशि दिए जाने की कार्रवाई शासन-प्रशासन स्तर से की जा रही है।
अस्पताल में भर्ती कई लोगों की हालत गंभीर है। वहीं जिन लोगों का इलाज चल रहा है, उनमें से कई ने अपनी आंखों की रोशनी गंवा दी है। जिला प्रशासन को गांव करसुआ और खैर कोतवाली क्षेत्र के गांव अंडला, नंदपुर पला, राइट, हेतपुर में जहरीली शराब के पीने से कई लोगों की मौत की सूचना पर मिली थी। प्रशासन ने बीमार लोगों को ऐंबुलेंस से जिला अस्पताल भिजवाया।
उधर, घटना के बाद ग्रामीणों में भारी आक्रोश पनप गया। ग्रामीणों ने प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के सामने विरोध जताया। इसी दौरान पता चला कि गांव के बाहर आईओसी बॉटलिंग प्लांट पर आए कंटेनरों के दो ड्राइवर लापता हैं। बाद में दोनों अपने कंटेनरों में बेहोश पड़े मिले। उन दोनों को भी तत्काल जिला अस्पताल भिजवाया गया।
जिला आबकारी अधिकारी समेत 5 निलंबित
घटना के बाद अपर मुख्य सचिव (आबकारी) संजय एस भूसरेड्डी ने अलीगढ़ के जिला आबकारी अधिकारी धीरज शर्मा, आबकारी निरीक्षक राजेश कुमार यादव, चंद्रप्रकाश यादव, प्रधान आबकारी आरक्षी अशोक कुमार और आरक्षी रामराज राना को निलंबित कर दिया है। तीनों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के भी निर्देश दिए गए हैं।
डीएम चंद्रभूषण सिंह ने मामले में एडीएम प्रशासन को मैजिस्ट्रेटी जांच सौंप दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोपियों पर एनएसए लगाने का आदेश देते हुए मामले में सख्त कार्रवाई की बात कही है।