उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में पूरे पुलिस महकमे को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। बुधवार को महाराजगंज के दो सराफा कारोबारियों से हुई करीब 35 लाख नकदी व जेवरात की लूट का खुलासा किया है। इस लूटकांड में बस्ती जिले में तैनात एक दरोगा व दो सिपाही शामिल थे। पुलिस ने इस गैंग के कुल छह सदस्यों को पकड़ा है। दरोगा गैंग का सरगना है। इनके पास से लूट का पूरा माल बरामद हुआ है। गैंग के सदस्यों ने 29 दिसंबर को हुई एक अन्य लूटकांड को भी स्वीकार किया है।
महाराजगंज के दो व्यापारियों के साथ बुधवार को हुई थी लूट
महराजगंज जिले में निचलौल के रहने वाले सराफा व्यापारी दीपक वर्मा और रामू वर्मा बुधवार को गहनों की खरीदारी करने के लिए रोडवेज बस से लखनऊ जा रहे थे। दोनों के पास 19 लाख की नकदी और 16 लाख के पुराने गहने थे। नकदी व गहनों को एक बैग में रखकर दोनों साथ में जा रहे थे। लेकिन, रास्ते में दरोगा धर्मेंद्र यादव, सिपाही महेंद्र यादव, संतोष यादव ने कैंट इलाके में रेलवे स्टेशन से लेकर नौसड़ के बीच में इन व्यापारियों को बस से उतार लिया। इसके बाद तस्करी का आरोप लगाते हुए दोनों को एक ऑटो में बैठा लिया। इसके बाद नौसढ़ में मारपीट कर बैग लूटकर फरार हो गए। पीड़ित कारोबारियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।
SSP जोगिन्दर कुमार ने बताया कि पुलिस ने सर्विलांस और CCTV फुटेज की मदद से कैंट इलाके के पैडलेगंज से वर्दीधारी तीनों बदमाशों और उनके तीन साथियों को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि दरोगा धर्मेंद्र यादव की तैनाती बस्ती जिले के पुरानी बस्ती थाने में है। उसके साथ ही सिपाही महेंद्र यादव व संतोष यादव की भी तैनाती है। इसके अलावा बोलेरो ड्राइवर देवेंद्र यादव, मुखबिरी करने वाले शैलेश यादव व एक अन्य आरोपी दुर्गेश अग्रहरि को पकड़ा गया है।
गैंगस्टर के अलावा NSA की कार्रवाई होगी
पुलिस की पूछताछ में 29 दिसंबर को शाहपुर इलाके में स्वर्ण व्यवसाई से लूट की घटना को अंजाम देने की बात भी इस गैंग ने स्वीकार की है। पुलिस ने इनके पास से लूट का सारा माल बरामद कर लिया है। इनके पास से घटना में इस्तेमाल की गई बोलेरो भी बरामद की गई है। इनके खिलाफ शाहपुर और कैंट थाने में IPC की धारा 395, 412 और 420 की धाराओं में मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया है। इनके खिलाफ गैंगस्टर के साथ NSA और बर्खास्तगी की कार्रवाई भी की जाएगी।