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शनिवार, 16 जनवरी 2021

बस्ती - भ्रष्ट प्रधानपति का गंदा खेल ,आवास के लाभार्थियों से लिया 20 से 25 हजार रुपये का रिश्वत

विश्वपति वर्मा (सौरभ)

बस्ती - भले ही प्रदेश सरकार जीरो टॉलरेंस की बात कर रही है लेकिन धरातल पर भ्रष्ट लोगों के चलते सरकार की योजना आम जनमानस तक सौ फीसदी तक पहुंच पाने में नाकाम है ।

ताजा मामला बस्ती जनपद के रामनगर ब्लाक के अंतर्गत भोलापुर ग्राम पंचायत की है जहां की प्रधान नूरजहां हैं , नूरजहां को तो ग्राम पंचायत के कार्यक्रमों के बारे में कोई जानकारी नही है लेकिन उसके पति द्वारा ग्राम पंचायत में आवास के लाभार्थियों को ठगा गया है ।
भोलापुर ग्राम पंचायत में आवास के लाभार्थियों ने बताया कि ग्राम प्रधान पति द्वारा आवास का लाभ दिलाने के नाम पर ₹20000 से लेकर के ₹25000 तक का सुविधा शुल्क (रिश्वत ) लिया गया है जिसका परिणाम है कि लाभार्थियों को मिट्टी के मसाले से दीवाल का निर्माण करना पड़ रहा है ।
ग्राम पंचायत के आवास लाभार्थी राम कृपाल ने बताया कि आवास आवंटन के बाद उनसे 40,000 की किस्त आने के बाद ₹10000 लिया गया उसके बाद दूसरी किस्त ₹70000 की आने के बाद ₹10000 और लिया गया इसके अलावा इनसे ₹2000 आवास मिलने के पहले लिया गया था इस प्रकार से रामकृपाल से कुल ₹22 हजार रुपया आवास के नाम पर लिया गया।

ग्राम पंचायत में आवास के लाभार्थी पतिराम ने बताया कि उन्हें अब तक 1 लाख 10 हजार रुपये दो क़िस्त में मिला है जिसमे से प्रधान पति द्वारा दोनों किस्तों में दस-दस हजार रुपये के हिसाब से 20 हजार रुपया ले लिया गया ,लाभार्थी ने बताया कि उनसे बताया गया कि आवास के लिए पैसा लगता है।

एक महिला लाभार्थी के बेटे राम अनुज ने बताया कि हमारी मां के खाते में आवास का पैसा आया था जिसमे से 25 हजार रुपया प्रधानपति ने ले लिया । इसी तरह से प्रधान पति ने ग्राम पंचायत में 8 लोगों के खाते में आये पैसे में से अपनी सुविधा के अनुसार जितना पैसा चाहा उतना ले लिया।
इस सम्बंध में खंड विकास अधिकारी मंजू त्रिवेदी से बात हुई तो उन्होंने बताया कि इस तरह का मामला आपके माध्यम से हमारे संज्ञान में आया है ,उन्होंने कहा कि हम शीघ्र ही ग्राम पंचायत में जाकर आवास के लाभार्थियों की जांच करूंगी यदि लाभार्थियों द्वारा यह बात बताई जाती है तो उन्हें उनका पैसा वापस दिलवाया जाएगा और दोषी प्रधान पति के ऊपर एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी।

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