शुक्रवार, 6 नवंबर 2020

बस्ती- एसडीएम और तहसीलदार को भी नही पता झाड़ियों के बीच क्या छिपा है तहसील के अंदर

विश्वपति वर्मा(सौरभ)

बस्ती- लगता है तहसील मुख्यालय पर बैठने वाले उपजिलाधिकारी और तहसीलदार को भी नही पता है कि तहसील परिसर में बनाये गए शौचालय और प्रसाधन (toilet) अब प्रयोग से बाहर हो चुका है क्योंकि झाड़ियों के बीच छिपे इस प्रसाधन पर देख-रेख का जो अभाव है उससे यही कारण प्रतीत होता है।
तहसील मुख्यालय पर सार्वजनिक शौचालय की कोई व्यवस्था नही है परिसर के अंदर जो शौचालय बनवाया गया है उसमें गंदगी का अंबार है वहीं पानी सप्लाई की व्यवस्था भी ध्वस्त हो गई है।
इसके अलावा परिसर के अंदर उत्तरी और दक्षणी छोर पर दो प्रसाधन बनवाये गए हैं लेकिन बड़ी बड़ी झाड़ियों  के आगोश में आने के नाते अब यह प्रयोग से बाहर हो गया है जिसका परिणाम है कि परिसर के अंदर दीवालों और खाली स्थानों पर लोग अक्सर toilet करते हुए देखे जा सकते हैं।
ऐसी स्थिति को देखने के बाद सबसे बड़ा सवाल पैदा होता है कि जब सरकारी संस्थानों में स्वच्छता अभियान का कोई परचम नही है तो ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों ,गलियों ,शौचालयों और सार्वजनिक स्थानों पर स्वच्छ भारत मिशन की झलक कैसे दिखाई देगी।


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