विश्वपति वर्मा(सौरभ)
बस्ती- स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांवों को साफ सुथरा रखने के लिए ग्राम पंचायत को सफाई कर्मी किट समेत उससे जुड़ी हुई वस्तुओं को खरीदने और उसके उपयोग से योजना को उद्देश्य की तरफ ले जाने के लिए बजट की व्यवस्था कराई गई है लेकिन स्थानीय जिम्मेदारों की उदासीनता और बंदरबांट के चलते जनपद के रामनगर ब्लॉक के अंतर्गत आने वाली कई दर्जन ग्राम पंचायत में कूड़ेदान स्थापना के नाम पर गोलमाल कर सस्ते और घटिया किस्म के सामग्री पर भारी भरकम भुगतान कर लिया गया।ग्राम पंचायत में लगाये गए कूड़ेदान की स्थलीय पड़ताल करने और उस पर लिए गए भुगतान की समीक्षा करने के बाद पता चला कि 1500 रुपये में उपलब्ध होने वाले प्लास्टिक के कूड़ेदान पर 6500 रुपये से लेकर 10 हजार रुपये तक का भुगतान लिया गया है .
इस लिए जिले के जिलाधिकारी को भी यह बात जानना चाहिए कि सरकारी दफ्तरों में किस तरह से कमीशनखोरी ,बंदरबांट और घोटाला चल रहा है ताकि महत्वाकांक्षी योजना को बर्बाद करने वाले लोग को भी समझाया जा सके कि बिना किसी उद्देश्य के सरकारी धन को क्यों बर्बाद किया जा रहा है।