जनपद के अधिकारियों और कर्मचारियों में झूठ बोलने और मनगढ़ंत रिपोर्ट लगाने की आदत इस कदर बढ़ गया है कि जो चाहे वह रिपोर्ट लगा दें लेकिन इन अधिकारियों कर्मचारियों को इस बात का भी शर्म नहीं है कि लोग क्या कहेंगे यह हम सब सब जानते हैं कि गाय भैंस नदी के बीच धारा से भी तैर कर वापस आ सकते हैं लेकिन खेत मे लगे पानी से जानवर डूब कर मर गए हों ऐसी रिपोर्ट बनाना जिम्मदारों पर सवाल खड़ा करता है और इससे बड़ा शर्मनाक बेइज्जती भी प्रशासनिक व्यवस्था का नही हो सकता है।
क्या है मामला
भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्यसमिति सदस्य जितेंद्र यादव ने जिलाधिकारी को पत्र देकर कहा कि भानपुर तहसील के कटरिया नानकार स्थित अस्थाई गौशाला में विगत 21 जून को एक ही दिन में 4 गौवंश की मृत्यु हो गई थी जिसमें गौवंश का पानी में बह जाने के कारण मृत्यु हो जाने का हवाला देकर दोषियों पर कार्यवाही नहीं किया गया जबकि गोवंशो को पानी में तैरने का जन्मजात गुण होता है।
इस मामले में सफाई कर्मचारियों को छोड़कर अन्य संबंधित अधिकारियों ( ग्राम विकास अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी रामनगर, एडीओ पंचायत ) व अन्य पर कोई कार्रवाई अभी तक नहीं हुई है तथा अन्य गौशाला आमा नारायणपुर, अजगैवा जंगल, परसा लंगड़ा सहित अन्य गौशाला पर भी आए दिन चारा, पानी के अभाव में गोवंश की मृत्यु हो रही है लेकिन बिना परीक्षण कराए शव दफना दिया जाता है ।
जितेंद्र यादव ने जिलाधिकारी से कटरिया नानकार में गोवंशो की मृत्यु में दोषी संबंधित कर्मचारियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के साथ-साथ अन्य गौशाला पर हो रही गोवंशो की मृत्यु की जांच करा कर संबंधित अधिकारियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है।