सोमवार, 13 जुलाई 2020

बस्ती- सड़कों पर दलदल ,नरकीय जीवन जीने को मजबूर ग्रामीण ,अरबों रुपये की बजट का वारा-न्यारा

केoसीo श्रीवास्तव

बीते कुछ दिनों में यूपी की सड़कों को सुधारने और बनाने के लिए मौजूदा सरकार द्वारा खूब ढोल पीटा गया लेकिन करोड़ो-अरबो रुपया खर्च करने के बाद भी यूपी और यूपी से जुड़े गांवों की सड़कें अपनी बदहाली पर आंसू बहा रही हैं।

यह तस्वीर सल्टौआ ब्लॉक के रामपुर मुड़री ग्राम पंचायत को जोड़ने वाली सड़क की है जिसपर यात्रा करना किसी चुनौती से कम नही है लेकिन सरकार की झूठे वादे और दावों के बीच कागज में बनाई गई अच्छी सड़कों पर चलने का सपना देख कर लोग अपने गंतव्य स्थान की यात्रा कर रहे हैं।
यह तस्वीर इसी ब्लॉक के अमरौली खास की ही जहां कोठिला शिवाघाट मार्ग के पीडब्लूडी की सड़क पर जगह जगह जलजमाव और गड्ढायुक्त सड़कों पर नरकीय यात्रा करने के लिए प्रदेश की जनता मजबूर है।

यह तस्वीर बस्ती शहर के रेलवे स्टेशन और पुरानी बाजार को जोड़ने वाली है जो जिसपर कई वर्षों से बड़े बड़े और जानलेवा गड्ढे हैं लेकिन इस सड़क का भी कोई पुरसाहाल दिखाई नही दे रहा है। जिसके कारण इस सड़क पर आए दिन सड़क दुर्घटनाओं में दर्जनों लोग चोटिल होते हैं लेकिन स्थानीय प्रशासन ,जनप्रतिनिधियों और नगर पालिका के जिम्मेदारों को इस समस्या से कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।
यह सब तस्वीर तो मात्र उदाहरण है ऐसे ही जनपद भर के ही नही प्रदेश भर की सड़कों का हाल है लेकिन अरबों रुपये के बजट का बंदरबांट कर ऐसी सड़कों को उसी हाल में छोड़ दिया जा रहा है जो गड्ढा मुक्त योजना के पहले अपने बदहाली के कारण जाने जा रहे थे।

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