इसी बीच जनपद के अमरौली शुमाली निवासी राकेश पटेल की शादी भी 2 अप्रैल को तय थी शादी गाऊखोर निवासी नीलू पटेल से होनी थी इसके लिए पहले से बाजा, बाराती समेत धूमधाम से शादी करने की तैयारियां पूरी हो चुकी थी लेकिन देश भर में बढ़ रहे कोरोना वायरस के मध्यनजर 24 तारीख को लागू हुए लॉकडाउन के चलते राकेश पटेल ने भी अपने समस्त कार्यक्रमों को निरस्त कर दिया।
चूंकि यह कार्यक्रम पहले से निर्धारित था इस लिए राकेश पटेल ने 2 तारीख को शादी करने का विचार किया और लॉकडाउन का पालन करते हुए अपने मित्रों और रिश्तेदारों समेत सभी शुभचिंतकों यहां तक कि परिवार के लोगों के बगैर ही शादी सम्पन्न करने का निर्णय लिया और 2 अप्रैल को 1 घण्टे के अंदर शादी कर दुल्हन को घर ले आये।
पिता और भाई बने बाराती
इस शादी में लड़के पक्ष की तरफ से पिता राम बहोर चौधरी और भाई गिरजेश चौधरी शामिल हुए दूसरी तरफ लड़की पक्ष की तरफ से पिता राजेन्द्र चौधरी, चाचा नरेंद्र चौधरी और भाई रिंकू समेत एक बहन और भाभी शामिल हुईं ।
गांव भी रहा सूना-सूना
राकेश पटेल ने बताया कि बहू पक्ष के घर भी सभी कार्यक्रमों को निरस्त कर दिया गया था यहां तक कि भोजन की व्यवस्था भी नही की गई थी और न ही गांव के लोगों को आमंत्रित किया गया था ताकि किसी भी स्थिति में लोगों की संख्या बढ़ने न पाए।
सैनेटाइज का हुआ प्रयोग
लड़की पक्ष के घर जब दूल्हा राकेश पटेल और पिता राम बहोर चौधरी के साथ भाई गिरजेश पहुंचे तो सबने मास्क लगाया हुआ था और वहां पर भी सैनेटाइज की व्यवस्था की गई थी जहां पर लड़की के चाचा नरेंद्र चौधरी ने सबसे पहले मेहमानों का हाथ धुलवाया और और हाथ को सैनेटाइज कराकर बिना किसी रीति रिवाज के 1 घण्टे के अंदर अर्जक पद्धति द्वारा घर के एक कमरे में पुष्पों की माला एक दूसरे को पहना कर शादी सम्पन्न करवाकर लड़की को विदा कर दिया।