विश्वपति वर्मा ,
इस देश मे बूढ़े गांधी को खूब बेंचा गया वर्तमान की भाजपा सरकार ने तो गांधी जी को शौचालय की दीवार से लेकर कूड़ेदान की डब्बे पर जमकर बेंचा , स्वच्छ भारत मिशन के नाम पर गांधी के अंग अंग को जगह -जगह बेंचा गया गांव के अंतिम झोपड़ी पर बनने वाली शौचालय से लेकर संसद भवन के दीवार पर गांधी को छापा गया , स्वच्छता और शौचालय के लिए सरकारी खजाने से 1.95 लाख करोड़ रुपया खर्च किया गया लेकिन उसका परिणाम क्या मिला ?
क्या किसी गांधी को भारत के बाजार में ब्रांड एंबेसडर बना देने से भारत के अशिक्षित लोगों में जागरूकता आ जायेगी?क्या गांधी के नाम पर पैंसे की बर्बादी कर देश की दशा और दिशा बदल जाएगी ?हमे नही लगता है कि सदन में सरकार की तरफ से देश भर 16.34 करोड़ घरों में शौचालय का प्रयोग किये जाने का जो आंकड़ा पेश किया जा रहा है वह धरातल पर चल भी रहा है।
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में भी निर्मल भारत अभियान के नाम पर खूब शौचालय बने लेकिन 2011-12 के बाद 90 फीसदी शौचालय जमीन में धंसता हुआ नजर आया ,उसके बाद एक बार फिर स्वच्छ भारत मिशन के नाम पर 2017-18 के बाद अभियान चला कर शौचालय बनवाये गए और पूरा देश और देश के गांव ओडीएफ कर दिया गया ।लेकिन सब कुछ कागजों में ।
क्या किसी गांधी को भारत के बाजार में ब्रांड एंबेसडर बना देने से भारत के अशिक्षित लोगों में जागरूकता आ जायेगी?क्या गांधी के नाम पर पैंसे की बर्बादी कर देश की दशा और दिशा बदल जाएगी ?हमे नही लगता है कि सदन में सरकार की तरफ से देश भर 16.34 करोड़ घरों में शौचालय का प्रयोग किये जाने का जो आंकड़ा पेश किया जा रहा है वह धरातल पर चल भी रहा है।
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में भी निर्मल भारत अभियान के नाम पर खूब शौचालय बने लेकिन 2011-12 के बाद 90 फीसदी शौचालय जमीन में धंसता हुआ नजर आया ,उसके बाद एक बार फिर स्वच्छ भारत मिशन के नाम पर 2017-18 के बाद अभियान चला कर शौचालय बनवाये गए और पूरा देश और देश के गांव ओडीएफ कर दिया गया ।लेकिन सब कुछ कागजों में ।