लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान मांस निर्यात को लेकर भले ही नरेंद्र मोदी का कलेजा चीख चीख कर पुकार रहा था, लेकिन अब हालत यह है कि भारत मांस निर्यात के मामले में अग्रणी देशों में बना हुआ है.
वर्ष 2016-17 में मांस निर्यात 17 हज़ार टन बढ़ने के बाद वर्ष 2018-19 में भी भारत से मांस का निर्यात बढ़ा है .गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मांस निर्यात के लिए यूपीए सरकार की कड़ी आलोचना कर रहे थे. अपनी एक चुनावी सभा में उन्होंने कहा था, ”…और इसलिए दिल्ली में बैठी हुई सरकार का सपना है कि हम हिंदुस्तान में पिंक रिवोल्यूशन करेंगे और पूरे विश्व में मांस-मटन का एक्सपोर्ट का बिजनेस करेंगे.
लेकिन स्वयं भाजपा की सरकार में जनवरी 2019 तक मे भारत विश्व का नंबर 1 मांस निर्यातक देश रहा है उम्मीद है कि यह आगे भी रहेगा । भारत का मांस निर्यात वर्ष 2016-17 में बढ़कर 13.53 लाख टन हो गया था जो पूर्व वित्त वर्ष की समान अवधि में 13.36 लाख टन था.
हालांकि मूल्य के हिसाब से पिछले वित्त वर्ष में निर्यात घटकर 27,184 करोड़ रुपये का रह गया जो वर्ष 2015-16 में 27,528 करोड़ रुपये का हुआ था. अप्रैल मई 2016-17 के दौरान भैंस मांस का निर्यात 55.4 करोड़ रुपये का हुआ था ।
इसके अलावां मोदी सरकार में वार्षिक रिपोर्ट देख सकते हैं कि किस वर्ष में कितना मांस निर्यात हुआ है।