मध्य प्रदेश के छतरपुर पुलिस थाने में पथराव करने वाले उपद्रवियों के ऊपर सख्त कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने पुलिस प्रशासन ने गुरुवार को मुख्य आरोपी हाजी शहजाद अली की 10 करोड़ रुपये की लागत से बने आलीशान महल को ध्वस्त कर दिया है वहीं घर पर खड़ी दो चारपहिया वाहनों को भी जेसीबी मशीन से कुचल दिया गया .
बता दें कि 21 अगस्त को धार्मिक नेता सैय्यद हाजी शहजाद अली और सैय्यद जावेद अली के नेतृत्व में करीब 300-400 लोग ज्ञापन सौंपने के लिए पुलिस थाने आए थे. वे महाराष्ट्र के संत रामगिरी महाराज के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग कर रहे थे, जिन पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर महाराष्ट्र में पहले से ही कई केस दर्ज हैं.
डीआईजी ललित शाक्यवार ने बताया कि भीड़ अचानक आक्रामक हो गई और पथराव शुरू कर दिया, जो करीब दस मिनट तक जारी रहा, जिसके बाद पुलिस को प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसूगैस के गोले दागने पड़े. पथराव के कारण कोतवाली थाना प्रभारी अनिल कुजूर के हाथ और सिर में गंभीर चोटें आईं हैं. आरक्षक भूपेंद्र प्रजापति भी घायल हुए हैं. पुलिस की टीमें गश्त कर रही हैं और सीसीटीवी फुटेज और वीडियो क्लिपिंग की मदद से पथराव में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है.
प्रदेश सरकार के मुताबिक, कोतवाली थाने में पथराव के मामले में पुलिस ने 48 नामजद और 100 से अधिक अन्य आरोपियों के खिलाफ थाना कोतवाली में केस दर्ज किया गया है. मामले में अभी तक 70 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई और 20 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.