सौरभ वीपी वर्मा
बस्ती जनपद के रुधौली विकास खंड के बाघाडीहा ग्राम पंचायत में मनरेगा योजना के तहत सरकारी खजाने को चूना लगाने का एक ताजा मामला प्रकाश में आया है जहां ग्राम पंचायत में गौशाला के बगल में पोखरे की खुदाई एवं सुंदरीकरण का काम दिखा कर मनरेगा से भुगतान लिया गया लेकिन उक्त पोखरे पर मनरेगा मजदूरों को एक पैसे का भी काम नही मिला क्योंकि पोखरे का सुंदरीकरण नही बल्कि जेसीबी मशीन से खुदाई कर मिट्टी को दूसरे के निजी जरूरत में दे दिया गया जिससे जहां एक तरफ राजस्व का नुकसान हुआ वहीं मनरेगा योजना में भी सेंधमारी हुई ।
पोखरे की खुदाई के नाम पर मनरेगा से जो भुगतान लिया गया उसमें दर्जनों ऐसे कार्ड धारक हैं जिनका मजदूरी से कोई लेना देना नही है बल्कि वह सम्पन्न परिवार से आते हैं लेकिन उसके बाद भी मनरेगा के पैसा खारिज करने के लिए छात्रों ,घर के बहुओं एवं व्यवसाइयों के खाते में लगभग 3 लाख रुपया मजदूरी का भुगतान कर दिया गया ।
ग्राम प्रधान और सचिव से इस संबंध में बात करने की कोशिश की गई लेकिन टेलीफोन पर संपर्क स्थापित नही हो पाया । रोजगार सेवक प्रमोद प्रजापति से इस मामले में बात हुई तो उन्होंने बताया कि प्रधान और सचिव द्वारा हमे इस पोखरे के संबंध में कोई जानकारी नही दी गई । रोजगार सेवक ने बताया कि मिट्टी की खुदाई कब की गई हमे कोई जानकारी नही है । गैर मजदूर लोगों के खाते में मजदूरी भुगतान करने के सवाल पर रोजगार सेवक द्वारा कोई जानकारी नही है कह कर बात टाल दिया गया ।
इस संबंध में खंड विकास अधिकारी सुनील कुमार कौशल से बात हुई तो उन्होंने कहा कि मैं इसकी जांच करवाऊंगा रिपोर्ट मिलने के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी ।