शुक्रवार, 22 अक्टूबर 2021

बूढ़ी हो चुकी है हमारे देश की व्यवस्थाएं , दवा और दुआ भी नही कर रहा काम

सौरभ वीपी वर्मा
बेहतर शिक्षा व्यवस्था के बगैर देश का विकास संभव नही है । हमारे देश की शिक्षा  प्रणाली एकदम से बूढ़ी हो चुकी है वह अस्वस्थ भी हो चुकी है इसके लिए कोई कारगर दवा भी नही है कि वह इस बीमारी से उबर सके ।यदि इस भयानक बीमारी को जड़ से खत्म करना है तो सबसे पहले देश मे नई शिक्षा नीति बनाई जाए ,पढ़ाई में गुणवक्ता सुनिश्चित किया जाए ,फेल न करने वाले नियम को बंद किया जाए , स्कूल के पाठ्यक्रम को बदला जाए वंही बच्चों के बैठने के लिए स्कूल में फर्नीचर की व्यवस्था हो स्वच्छ पेय जल की उपलब्धता हो  साथ ही शिक्षक और छात्र अनुपात को ठीक किया जाए जिसमे यह निश्चित किया जाए कि एक एक सौ बच्चों की संख्या को पढ़ाने के लिए कितने अध्यापक होंगे ।इतना सब करने के बाद हम देश को विकास के रास्ते पर जाता देख पाएंगे क्योंकि बिना शिक्षा के विकास के किसी देश और देश के लोगों का विकास संभव नही है।

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