भारत जैसे अन्नदाता के देश में 25 करोड़ लोग भूखे पेट सोने को मजबूर हैं , कृषि प्रधान देश होने के बावजूद भी यहां पर 80 करोड लोगों को सरकारी कोटे से दुकान लेकर जीविकोपार्जन करने के लिए मजबूर होना पड़ता है ।
भारत में सबसे चिंता इस बात की होती है कि दुनियाभर के देश टेक्नोलॉजी के दौर में कृषि के क्षेत्र में भारत से ज्यादा पैदावार करते हैं वही भारत गेहूं ,धान ,आलू , प्याज टमाटर से लेकर सभी फसलों में फिसड्डी साबित होता है ।
वहीं दूसरी तरफ आपदा की मार से भी किसान परेशान रहता है जबकि दुनियाभर के कई उन्नतशील देश नीदरलैंड ,संयुक्त राज्य अमेरिका ,चाइना जैसे देश प्राकृतिक आपदाओं से अपनी फसलों को बचा लेता है । वहीं भारत के नेता हेलीकॉप्टर पर सवार होकर सर्वेक्षण करते हैं कि भारत का फसल कितना नुकसान हुआ और हर वर्ष यह काम होता रहता है , लेकिन इसके बचाव का कोई इंतजाम आज तक नहीं हो पाया जिसका परिणाम है कि भारत में किसानों की स्थिति हाशिए पर जाती हुई दिखाई दे रही है