राकेश चौधरी
सिद्धार्थनगर - सरकार द्वारा गरीब लोगों को छत उपलब्ध कराने के लिए भले ही बड़े प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन धरातल पर एक बहुत बड़ी आबादी के पास रहने के लिए अपना छत नहीं है । मामला सिद्धार्थनगर जनपद के मिठवल विकासखंड का है जहां पर एक परिवार आवास की योजना से वंचित रह गया। आलम यह है कि विकासखंड के ग्राम पंचायत बनगड़ोरी के राजस्व गांव दुबौली में विधवा सिंगारी देवी पत्नी स्व. राजेंद्र अपने सात बच्चों के साथ टीन- टप्पर में रहने को मजबूर है।
आज हमारे तहकीकात समाचार के संवाददाता ने ग्राउंड जीरो पर पड़ताल किया तो पाया कि एक महिला अपने 7 बच्चो के साथ घोर गरीबी का जीवन यापन कर रही। परिवार में 4 बेटियां हैं जिसमें 3 अविवाहित हैं। 3 बेटों में मात्र एक बेटा ही कमाऊ है जो कि कारोना वैश्विक महामारी के कारण बेरोजगार बैठा है।
इस परिवार के पास रहने को छत नहीं है और न ही शौचालय की व्यवस्था है। बात करने पर पता चला कि उसका नाम आवास योजना की पात्रता सूची में भी शामिल है लेकिन ग्राम प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी के हीला- हवाली के कारण उसको भुगतान नहीं कराया जा रहा है ।
इस संबंध में जब हमारे संवाददाता ने ग्राम विकास अधिकारी कृष्ण कुमार शुक्ल से बात किया तो उन्होंने कहा कि धन की कमी के कारण उनको भुगतान नहीं किया जा सका है लेकिन जैसे ही धन की उपलब्धता हो जाएगा उनको आवास योजना का लाभ दिया जाएगा।