सौरभ वीपी वर्मा
वैसे इस देश को मोहम्मद गजनवी के अलावा कोई तसल्ली से लूट रहा है तो वह भारतीय जनता पार्टी है , ज्यादा बड़ा लेख नही लिखूंगा क्योंकि आपके पास पढ़ने और समीक्षा करने की फुर्सत ही कहाँ है।
पिछले साल कोरोना महामारी के दौरान भारत सरकार से लेकर देश की जनता ,विधायक सांसद निधि से सहयोग ,बॉलीवुड ,क्रिकेटर एवं पूंजीपतियों के साथ विदेशी सहयोग की बात करेंगे तो लगभग 25 से 30 लाख करोड़ रुपये का पैकेज और सहयोग कोविड 19 के नाम पर आ चुका था वह सब पैसा कहां गया इसका कोई ठोस जानकारी किसी के पास नही है अगर है बस इतना है कि उस दौरान 5 किलो गेहूं चावल फ्री ,1000 और 500 रुपये का आर्थिक सहयोग जन धन खाताधारक महिलाओं को , साथ ही 3 महीने तक उज्ज्वला योजना के लाभर्थियों को सिलेंडर मिला इसके अलावा जनता और देश को क्या मिला किसी को कुछ नही पता है।
उसके बाद एक साल बाद फिर महामारी का प्रकोप फैलने लगा और मार्च ,अप्रैल के साथ मई के महीने में भी मेडिकल संसाधनों और दवाओं के अभाव में नागरिकों को दम तोड़ते हुए देखा गया ,इसके बाद भारत सरकार ने बचाव के जो कदम उठाए वह तो चल ही रहा है लेकिन भारत से लेकर विदेश तक से 20 से 25 हजार करोड़ रुपये का मदद आ गया लेकिन इस बार फिर इस पैसे की कोई चर्चा और उपयोग दिखाई नही दे रही है।
अब जरा सोचिए कि यह सब पैसा कहां जा रहा है ,गहरी पैठ से समीक्षा की जाए तो पता चलेगा कि भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेता इस देश को तसल्ली से लूट रहे हैं।