देशभर के व्यापारी संगठनों ने शुक्रवार को वस्तु एवं सेवा कर यानी जीएसटी की कमियों, बढ़ते पेट्रोल-डीज़ल की कीमतोंऔर ई-वे बिल के विरोध में भारत बंद का ऐलान किया है.
अखिल भारतीय व्यापारी परिसंघ (CAIT) के इस ऐलान को देश के 40 हज़ार व्यापारी संघ ने समर्थन दिया है जिसमें देशभर के 8 करोड़ व्यापारी शामिल हैं.
सड़क परिवहन क्षेत्र की सर्वोच्च संस्था ऑल इंडिया ट्रांसपोटर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने इसके समर्थन में सुबह 6 बजे से लेकर शाम 8 बजे तक चक्का जाम का ऐलान किया है.
ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता महेंद्र आर्य ने कहा है, ‘’ सभी राज्य स्तरीय परिवहन संघों ने भारत सरकारकी ओर से लाए गए नए ई-वे बिल कानूनों और पेट्रोल-डीज़ल की बढ़ती कीमतों के विरोध में परिवहन का संचालन ना करने के हमारे ऐलान को समर्थन दिया है. हम एक दिन के लिए सभी ई-वे बिल वाले सामान का परिचालन रोकने के उद्देश्य से ये आंदोलन कर रहे हैं. ‘’
क्या-क्या बंद रहेगा?
·देशभर में कमर्शियल बाज़ार बंद रहेंगे क्योंकि 40,000 से अधिक व्यापारी संघ भारत बंद में हिस्सा ले रहे हैं.
·देशभर में सड़क परिवहन सेवाएं प्रभावित रह सकती हैं, ऑल इंडिया ट्रांसपोटर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने परिवहन कंपनियों को अपने वाहन सुबह 6 से 8 बजे के बीच ना चलाने को कहा है.
·बुकिंग, साथ ही ई-बिल वाली वस्तुओं की आवाजाही प्रभावित होगी.
·चार्टर्ड एकाउंटेंट्स और कर अधिवक्ताओं के संघ ने भी हड़ताल का समर्थन किया है, इसलिए उनकी सेवाएं भी प्रभावित रहने की संभावना है.
·शुक्रवार को कोई भी व्यापारी जीएसटी पोर्टल पर लॉगइन नहीं करेगा