विश्वपति वर्मा (सौरभ)
बस्ती- पंचायत मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी को लेकर गंवई राजनीति जहां गरमा गई है, वहीं पुनरीक्षण कार्यक्रम की पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो गए हैं। सूची में ऐसे लोगों का नाम हटा दिया गया है जिनका चूल्हा गांव में ही जलता है उसके बाद दर्जनों शिकायत पत्र देने के बाद भी प्रशासन इस मामले को निस्तारण करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है।
मामला विक्रमजोत ब्लॉक के राजस्व ग्राम त्रिलोकपुर ग्राम पंचायत खेमराजपुर का है जहां के निवासी पंकज सिंह ,अरविंद सिंह एवं अन्य ने जिलाधिकारी को शिकायतपत्र देकर बताया कि ग्राम पंचायत में लेखपाल और बीएलओ के मिलीभगत से मतदाता सूची में भारी गड़बड़ी किया गया है।
शिकायतकर्ताओं ने जिलाधिकारी से पत्र में कहा कि पंचायत चुनाव 2015 ,विधानसभा चुनाव 2017 एवं लोकसभा चुनाव 2019 में हम लोग मतदान करते चले आ रहे है , परन्तु इस बार मतदाता सूची के संशोधन में बी0एल0ओ 0 साधना सिंह द्वारा 129 लोगों का नाम बिना किसी सूचना के मतदाता सूची से काट दिया गया और जो रशीद हम प्रार्थीगण को दी गई है उसमें लिखा है कोई परिवर्तन नहीं किया गया है।
शिकायतकर्ताओं ने मीडिया से बताया कि मामले की शिकायत ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नंद किशोर कलाल से भी की गई जिसमे उनके द्वारा जांच करवाने के लिए आश्वासन तो दिया गया लेकिन लेखपाल और कानूगो द्वारा जो जांच की गई वह भी संदिग्ध है । पीड़ितों ने कहा कि एसडीएम द्वारा जांच के आश्वासन के बाद भी मामले में किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नही हुई।
इस मामले में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट हर्रैया डाo नंदकिशोर कलाल से बात हुई तो उन्होंने कहा कि मामले की शिकायत मिली है मतदाता सूची प्रकाशित होने से पहले ही टीम गठित कर गांव के मतदाता सूची का पुनरीक्षण का कार्य किया जाएगा ,उन्होंने बताया कि गांव के जो भी लोग वोटर हैं यदि उनका नाम अन्य जगह पर नही है तो उनका वोट करने का अधिकार खोने नही दिया जाएगा।