केoसीo श्रीवास्तव
बस्ती- किसान की खेतों में खड़ी धान की फसल के लिए वर्तमान में यूरिया की आवश्यकता है वहीं साधन सहकारी समितियों में यूरिया उपलब्ध न होने से किसान परेशान दिख रहा है। जिसके चलते बाजारों में खाद विक्रेता इसका जमकर फायदा उठा रहे हैं। सहकारी समिति में मिलने वाली यूरिया किसानों को बाजार में महंगे दामों में खरीदनी पड़ रही है।
किसानों के मुताबिक सरकारी 266 मूल्य वाली यूरिया 50 से 100 रुपए तक महंगी मिल रही है, जो कि 300 रुपए से लेकर 350 रुपए तक में मिल रही है। इस तरह किसानों को फसल में ज्यादा लागत लग रही है।
बस्ती जनपद के भानपुर क्षेत्र में अधिकांश सहकारी समिति में यूरिया खाद उपलब्ध नहीं है। दरअसल बताया गया कि बारिश होने के बाद और धान में बाली निकलने के पहले यूरिया का प्रयोग किया जाता है वहीं अन्य फसल में किसान यूरिया खाद डालते हैं, लेकिन इस समय यूरिया की किल्लत चल रही है।
किसानों ने बताया कि सरकारी समिति में खाद काफी समय से न मिलने से किसानों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।