वहीं विश्व बैंक की रिपोर्ट की अलावां अन्य क्षेत्रीय सर्वे के आधार पर रिपोर्ट तैयार किया जाए तो केवल भारत मे 20 करोड़ से अधिक लोग अति गरीबी रेखा के नीचे जा सकते हैं और उनकी दैनिक कमाई 50 रुपये पर सिमट सकती है।
कोरोना वायरस ने गरीबी के खिलाफ दुनिया की लड़ाई को कई बरस पीछे धकेल दिया है . वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष मुल्पास ने आशंका जताई है कि कोरोना के आसार से दुनिया में 6 करोड़ से ज्यादा लोग अत्याधिक गरीबी में धकेले जा सकते हैं।