भारत ने मार्च में दो हीट वेब (गर्म हवा) का अनुभव किया. पहली हीट वेव 11 मार्च से 21 मार्च के बीच जब अधिकतम तापमान सामान्य से पांच से 11 डिग्री ऊपर था. मौसम कार्यालय ने कहा कि दूसरी हीट वेव 26 मार्च से शुरू हुई. जो कि अभी भी जारी है. जबकि तटीय प्रायद्वीपीय क्षेत्रों को छोड़कर लगभग पूरे भारत में मार्च में कम वर्षा हुई.
भारत में अप्रैल में लंबी अवधि के औसत (एलपीए) की सामान्य वर्षा होने की उम्मीद है. उत्तर पश्चिम और मध्य भारत और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में अप्रैल में सामान्य से कम बारिश होने की उम्मीद है. साथ ही मौसम कार्यालय ने जानकारी देते हुए बताया कि दक्षिण प्रायद्वीप के कई हिस्सों, मध्य भारत के पश्चिमी हिस्सों और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है.