इसके साथ ही महिंदा राजपक्षे का एक बार फिर से श्रीलंका का प्रधानमंत्री बनना तय हो गया है. गौरतलब है कि इससे पहले उनके भाई गोताबाया राजपक्षे राष्ट्रपति पद बरकरार हैं. इस तरह श्रीलंका की राजनीति में राजपक्षे परिवार पूरी तरह कायम है और उसी के हाथ में अब देश की बागडोर है.
श्रीलंका में हुए संसदीय चुनावों में महिंदा राजपक्षे की पार्टी ने बंपर विजय हासिल की है. राजपक्षे की सुनामी के आगे पूरा विपक्ष पीछे हो गया और उनकी पार्टी श्रीलंका पोदुजना पार्टी ने दो तिहाई बहुमत के साथ जीत हासिल की.