विश्वपति वर्मा-
उत्तर प्रदेश के बस्ती जनपद में कुल 93 गौशाला का निर्माण हुआ है एक दौर था जब गांव गांव से जानवर पकड़े जा रहे थे और इन गौशालाओं में ले जाकर रखे जा रहे थे लेकिन यह भी दौर आ गया कि गौशाला के जिम्मेदार जनों द्वारा खुद ही जानवरों को खदेड़ दिया जा रहा है इससे एक तरफ गाय और सांड के आतंक से किसान बर्बाद हो रहे हैं तो दूसरी तरफ अब लोगों के घर और सरकारी कार्यालय भी सुरक्षित नही है जहां तोड़-फोड़ और मल मूत्र कर ये जानवर खूबसूरत जगह को बदसूरत बना रहे हैं।
जनपद के सल्टौआ विकास खंड के प्रांगण में बैठे पगुरा रहे इन जानवरों को देखने के बाद यह स्पष्ट हो जाता है कि अब योगी सरकार की गौशाला योजना पूरी तरह से ध्वस्त हो गया ,अब न गौशाला में चारा पानी के लिए पैसा रह गया और न ही देख-रेख की व्यवस्था ,अब प्रशासन ही बताये कि ऐसा क्या हो गया कि प्रदेश में गौशाला के लिए 632 करोड़ रुपये का बजट बनाये जाने के बाद भी बस्ती के हिस्से में आया धन खर्च हुआ या बंदरबांट में चला गया।