मनीष कुमार मिश्रा
महिला सुरक्षा को लेकर आने वाली पचास पिंक बसें दिसंबर तक आ जाएंगी। इनमें सीट पर ही पैनिक बटन, निगरानी के लिए सीसी कैमरा समेत महिला सुरक्षा से जुड़ी तमाम चीजें होंगी। इसके अलावा सौ एसी जनरथ थ्री-बाई-टू सेवाएं भी दिसंबर तक आ जाएंगी। अक्टूबर माह के अंत तक बेड़े में नई बसें शामिल होना शुरू हो जाएंगी।
हर माह शामिल होंगी सौ से अधिक बसें
मुख्य प्रधान प्रबंधक तकनीकी जयदीप वर्मा के मुताबिक इसी माह यानी अक्टूबर के अंत से बसों की फ्लीट से उम्र पूरी कर चुकीं जर्जर बसें हटना शुरू हो जाएंगी। अक्टूबर में 120 नई बसें आ जाएंगी। नवंबर और दिसंबर महीने में डेढ़-डेढ़ सौ बसें और जनवरी में 230 नई बसों को बेड़े में शामिल किया जाना है। कुल 1,050 बसें नए बेड़े में तीन माह के भीतर आ जाएंगी। इसके अलावा मार्च तक ढाई सौ बसें और रोडवेज बेड़े में जुड़ने वाली हैं।
क्या कहते हैं अफसर
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक पी. गुरुप्रसाद का कहना है कि पुरानी बसों को हटाने की दिशा में प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। नई बसें इसी माह से फ्लीट में जुड़ने लगेंगी। अच्छी बात यह है परिवहन निगम अपनी एसी जनरथ सेवाओं को बढ़ाने जा रहा है। अगले तीन माह में रोडवेज के बेड़े का एक हिस्सा नया हो जाएगा।
100 एसी जनरथ बसों को लाएगा रोडवेज प्रबंधन
अरसे बाद परिवहन निगम प्रशासन ने अपनी एसी सेवाओं में इजाफा करने का मन बनाया है। अभी तक परिवहन निगम ज्यादातर वॉल्वो, स्कैनिया, शताब्दी सरीखी बसों को अनुबंध के आधार पर चला रहा था। रोडवेज अपनी जनरथ सेवाओं के रूप में बहुत कम बसें ही संचालित कर रहा था, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। इस बार दिसंबर तक रोडवेज सौ थ्री-बाई-टू एसी जनरथ सेवाएं तैयार कर रहा है। इन्हें दिसंबर तक प्रदेश रोडवेज की फ्लीट में शामिल कर लिया जाएगा।