भारत एक कृषि प्रधान देश है और यहां पर मिट्टी को काफी महत्व दिया जाता है इस लिए मान्यता है कि माटी की सौंधी सुगंध ना सिर्फ मन को सुगंधित करती है बल्कि इसके बर्तन, खिलौने और सामग्री अगर घर में लाकर रखी जाए तो जिंदगी भी महक सकती है।
मिट्टी से बनी चीजें सुख, सौभाग्य और समृद्धि की कारक होती हैं। 5 दिसम्बर विश्व मृदा दिवस के अवसर पर शांति फाउंडेशन, गोंडा द्वारा अयोजित आनलाइन पोस्टर प्रतियोगिता में ग्राम बैदोलिया अजायब, बस्ती के मध्यम वर्गीय किसान राम दुलारे चौधरी के पुत्र चन्द्र प्रकाश चौधरी को मृदा की महत्वा चित्रित करने के लिए फाउंडेशन की अध्यक्ष पिंकी देवी द्वारा ऑनलाइन प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया ।
इस चित्र में चन्द्र प्रकाश चौधरी ने खेतो में ज्यादा रसायनिक खादों और कीड़ेमार दवाओं का इस्तेमाल करने से मिट्टी के जैविक गुणों में कमी आने के कारण इसकी उपजाऊ क्षमता में आ रही गिरावट को बखूबी दर्शाया।
अपने वक्तव्य मे चित्रकार चन्द्र प्रकाश चौधरी ने बताया कि आम जनता को इसकी सुरक्षा के लिए जागरूक करने की जरूरत है। मिट्टी मानव के जीवनका आधार है और इसकी रक्षा हमारा कर्तव्य है मानव जाति के कल्याण के लिए आईए मिट्टी में होने वाले प्रदूषण को खत्म करने का संकल्प लें और धरा को हरा-भरा बनाने में योगदान दें ,इस अवसर पर उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।