मंगलवार, 27 मई 2025

यूपी में 24 घंटो में 13 मर्डर, कांस्टेबल को भी बदमाशों ने उतारा मौत के घाट ,कहीं उजड़ गया पूरा परिवार

उत्तर प्रदेश एक बार फिर अपराध की आग में झुलसता दिखा है। बीते 24 घंटे में अलग-अलग जिलों से हत्या की 13 घटनाएं सामने आई हैं। इनमें पुलिसकर्मी से लेकर मासूम किशोर, बुजुर्ग महिला और पूरे परिवार तक को मौत के घाट उतार दिया गया। कुछ मर्डर आपसी रंजिश में हुए, कुछ प्रेम-प्रसंग से जुड़े थे तो कुछ अपराधियों की बेखौफ हिंसा का नतीजा बने। इन घटनाओं ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। गाजियाबाद में पुलिस टीम एक वांटेड अपराधी को पकड़ने गई थी। तभी बदमाशों ने टीम पर हमला कर दिया। इस हमले में एक कांस्टेबल की जान चली गई। घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। पुलिस ने ऑपरेशन तेज कर दिया है और कई संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है।

जौनपुर: हथौड़े से तीन की हत्या, DVR भी ले गए

जौनपुर में एक घर के अंदर हुई ट्रिपल मर्डर की घटना ने लोगों को दहला दिया। बदमाशों ने एक ही परिवार के पिता और दो बेटों को हथौड़े से पीट-पीटकर मार डाला। वारदात के बाद आरोपी CCTV का DVR भी उखाड़कर ले गए जिससे साफ है कि हत्या पूरी प्लानिंग के साथ की गई थी। पुलिस को आशंका है कि इसमें जान-पहचान वालों का हाथ हो सकता है।

लखनऊ: होटल में खाना खाते युवक को मारी गईं तीन गोलियां

राजधानी लखनऊ के पॉश इलाके में एक होटल के अंदर युवक पर फायरिंग की गई। युवक खाना खा रहा था, तभी बदमाश आए और उसे तीन गोलियां मारीं। इसके बाद स्कॉर्पियो में बैठकर फरार हो गए। पुलिस CCTV फुटेज खंगाल रही है और होटल स्टाफ से पूछताछ कर रही है।

बाराबंकी: बम से उड़ाया गया युवक

बाराबंकी में 26 साल के शैलेंद्र मौर्य की बम से हत्या कर दी गई। यह हमला इतना तेज था कि घटनास्थल पर युवक की मौके पर ही मौत हो गई। भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है और इलाके में छापेमारी जारी है।

फिरोजाबाद: जमीन के झगड़े में बाप-बेटे की जान ली गई

फिरोजाबाद में 14 बीघा जमीन के विवाद ने खूनी मोड़ ले लिया। आरोपियों ने पिता और बेटे को फावड़े से काटकर मौत के घाट उतार दिया। गांव में दहशत फैल गई है और पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है।

सहारनपुर: कॉलेज के बाहर दलित छात्र की हत्या

सहारनपुर में B-Pharma का दलित छात्र कॉलेज के बाहर गोली का शिकार हो गया। दिनदहाड़े हुई इस हत्या के बाद इलाके में गुस्से का माहौल है। छात्र संगठनों ने निष्पक्ष जांच की मांग की है।

हमीरपुर: चाची से अवैध संबंध के शक में किशोर की हत्या

हमीरपुर में एक 16 वर्षीय किशोर की गला दबाकर हत्या कर दी गई। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मृतक के अपनी चाची से अवैध संबंध थे। पुलिस परिवार के सदस्यों से पूछताछ कर रही है।

लखनऊ के काकोरी में जेसीबी ऑपरेटर की हत्या

काकोरी में एक तालाब की मरम्मत कर रहा जेसीबी चालक संदिग्ध हालत में मृत मिला। उसका शव तालाब के पास पड़ा मिला। पुलिस को शक है कि यह सुनियोजित हत्या हो सकती है।

कौशांबी में बुजुर्ग महिला की हत्या, बदबू से हुआ खुलासा

कौशांबी में एक बुजुर्ग महिला की हत्या कर शव को कमरे में बंद कर दिया गया था। जब लाश से बदबू आने लगी तब पड़ोसियों ने पुलिस को खबर दी। दरवाजा खोलने पर पूरा मामला सामने आया। पुलिस हत्या के पीछे की वजह जानने में जुटी है।

झांसी में सिर कुचलकर युवक की हत्या

झांसी में एक युवक की सिर कुचलकर हत्या कर दी गई। शव को सड़क किनारे फेंक दिया गया था। इलाके में दहशत फैल गई है और पुलिस आसपास के लोगों से पूछताछ कर रही है।

कानून व्यवस्था पर सवाल, विपक्ष हमलावर

प्रदेश में एक ही दिन में इतने मर्डर होना यह बताता है कि अपराधियों में कानून का डर कम होता जा रहा है। कई मामले ऐसे हैं जहां CCTV तक ले जाया गया जिससे यह साफ होता है कि ये घटनाएं अचानक नहीं बल्कि साजिश के तहत की गई थीं। विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधा है और कानून-व्यवस्था को पूरी तरह फेल बताया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हर केस की जांच तेज़ी से की जा रही है और कई आरोपियों की गिरफ्तारी जल्द होगी।

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मंगलवार, 20 मई 2025

बस्ती समेत 40 जिलों में आंधी-पानी का अलर्ट ,13 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी

सौरभ वीपी वर्मा

मौसम विभाग ने मंगलवार को दिल्ली-एमपी और यूपी समेत 11 राज्यों में आंधी-बारिश के साथ तूफान का अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा झारखंड, बिहार समेत 13 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी है। वहीं, हरियाणा और राजस्थान समेत 4 जिलों में लू चल सकती है। 
बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रोफेसर मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया अगले 5 दिनों में यूपी के अलग अलग जिलों में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक कि कमी आ सकती है. पश्चिमी विक्षोभ और बंगाल से आने वाली नम हवाओं के कारण फिर से बादलों की आवाजाही देखी जा रही है.

आईएमडी की ओर से मिले ताजा अपडेट के अनुसार,मंगलवार (20 मई) को यूपी के सोनभद्र, चंदौली,वाराणसी,प्रयागराज,मिर्जापुर,चित्रकूट, कौशाम्बी,बांदा, महोबा,सहारनपुर,बिजनौर,रामपुर, बरेली,पीलीभीत, शाहजहांपुर,लखीमपुर खीरी,सीतापुर,बाराबंकी, गोंडा,अयोध्या,बस्ती,गोरखपुर, मऊ, आजमगढ़,देवरिया और कुशीनगर में गरज चमक के साथ बारिश हो सकती है. इस दौरान 40 से 50 किलोमीटर प्रति घण्टे की तेज रफ्तार से हवाओं के झोंके भी चल सकतें है. वहीं 21,22 और 23 मई को भी अलग अलग जिलों के लिए मौसम विभाग की ओर से बारिश और आंधी का अलर्ट जारी किया है.

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शनिवार, 17 मई 2025

बस्ती- ट्रांसफार्मर जलने से 200 घरों में अंधेरा, राजन चौधरी ने विद्युत विभाग को लिखा शिकायती पत्र

बस्ती-ट्रांसफारमर जलने से 200 घरों में अंधेरा, राजन चौधरी ने किया शीघ्र ट्रांसफारमर लगाने की मांग

बस्ती। विश्व ज्ञान क्रान्ति जनहित संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजन  चौधरी ने मुख्य  अभियन्ता विद्युत वितरण खण्ड के साथ सम्बंधित अधिकारियों को पत्र देकर रामनगर विकास खण्ड क्षेत्र के परसाखुर्द बुजुर्ग उर्फ दरियापुर जंगल टोला बिचऊपुर में जले हुये ट्रांसफारमर को शीघ्र बदले जाने और बिचऊपुर में 10 के.बी. का नया ट्रांसफारमर लगाये जाने की मांग किया है।
पत्र में राजन चौधरी ने कहा है कि रामनगर विकास खण्ड क्षेत्र के परसाखुर्द बुजुर्ग उर्फ दरियापुर जंगल टोला बिचऊपुर में पिछले एक सप्ताह से ट्रांसफारमर जल गया है और क्षेत्र में अंधेरा है। लगभग 200 घर अंधेरे में डूब जाते हैं। अनेकों बार सम्बंधित अधिकारियों से  ट्रांसफारमर लगवाने का आग्रह किया किन्तु जिम्मेदार आंख मूदे हुये हैं। उन्होने मांग किया कि ट्रांसफारमर बदलने के साथ ही बिचऊपुर में नया ट्रांसफारमर लगवाया जाय जिससे किसानों को खेती किसानी में सुविधा हो सके। उन्होने चेतावनी दिया कि यदि शीघ्र ट्रांसफारमर न लगवाया गया तो प्रकरण को सक्षम न्यायालय के समक्ष ले जाया जायेगा।

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गुरुवार, 15 मई 2025

एक रुपये के सहयोग से साफ होगा गांव का कचरा , सल्टौआ में नई पहल की शुरुआत

सौरभ वीपी वर्मा

बस्ती- ग्राम पंचायतों में निष्क्रिय पड़े रिसोर्स रिकवरी सेंटर (आरआरसी) को अस्तित्व में लाने के लिए सल्टौआ विकास खंड के सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) वीरेंद्र तिवारी द्वारा नई पहल की गई है जिससे ग्राम पंचायतों में साफ सफाई की व्यवस्था भी सुनिश्चित होगी और ग्राम पंचायतों में लाखों रुपया खर्च करके बनाये गए आरआरसी भी अपने अस्तित्व में आएगी।
         सहायक विकास अधिकारी वीरेंद्र तिवारी 

सहायक विकास अधिकारी ने बताया कि सल्टौआ विकास खण्ड में कुल 11 न्याय पंचायत हैं जिसमे कुल 95 ग्राम पंचायत हैं । उन्होंने बताया कि हप्ते के शनिवार को सचिव की देखरेख में 15 सफाई कर्मचारी गांव की  गलियों को साफ करके कचरे को एकत्रित करेंगे  उसके बाद गांवों से निकलने वाले कचरे को ई-रिक्शा के माध्यम से आरआरसी सेंटर तक पहुंचाएंगे जहां पर ठोस एवं तरल अपशिष्ट का निस्तारण उचित तरीके से किया जाएगा एवं कचरा प्रबंधन को लेकर ग्रामीणों को भी जागरूक किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि नई पहल के तहत एक नई शुरुआत की गई है जिसमे प्रत्येक ग्राम पंचायतों का क्यूआर कोड जनरेट किया गया है इसके तहत सफाई कर्मचारी गांव की जिस गली को साफ सुथरा करेंगे वहां लोगों से एक रुपया स्कैनर के माध्यम से ग्राम पंचायत के खाते में सहयोग करने की अपील करेंगे । एडीओ पंचायत ने बताया कि इस व्यवस्था से यह सुनिश्चित होगा कि सफाईकर्मी गांव में गए हैं और गांव के गलियों को साफ किये हैं दूसरी तरफ ग्रामीण भी गांव को साफ सुथरा रखने में सहयोग करेंगे ।उन्होंने आगे बताया कि आरआर सेंटर पर घरों से निकलने वाले प्रदूषणकारी ठोस अपशिष्ट कूड़ा कचरा को संचित किया जाएगा। बाद में इसका उचित तरीके से निस्तारण कराया जाएगा। कूड़े कचरे को रीसाइक्लिंग कर खाद के रूप में तब्दील किया जाएगा एवं आरआरसी सेंटरों से बनने वाले उत्पादों की बिक्री से ग्राम पंचायतों की आमदनी बढ़ाई जाएगी।

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बुधवार, 14 मई 2025

कांग्रेस के दिग्गज नेता के बेटे और देश के पहले बौद्ध हैं नए CJI जस्टिस बीआर गवई

जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई बुधवार को देश के 52वें मुख्य न्यायाधीश पद की शपथ ली. उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद और गोपनियता की शपथ दिलाई. जस्टिस गवई इस पद पर पहुंचने वाले पहले बौद्ध हैं.
 जस्टिस गवई के पिता रामकृष्ण सूर्यभान गवई उन लोगों में शामिल थे, जिन्होंने डॉक्टर बीआर आंबेडकर के साथ बौद्ध धर्म अपनाया था. जस्टिस गवई सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के पद तक पहुंचने वाले अनुसूचित जाति के दूसरे व्यक्ति हैं. उनका कार्यकाल 23 नवंबर 2025 को खत्म होगा. सुप्रीम कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश बनने के अगले ही दिन उन्हें वक्फ कानून में हुए संशोधनों को लेकर दायर याचिकाओं पर सुनवाई शुरू करनी होगी. 

जस्टिस गवई का जन्म 24 नवंबर 1960 को महाराष्ट्र के अमरावती में हुआ था. वह अपने तीन भाइयों में सबसे बड़े हैं. जस्टिस गवई के पिता रामाकृष्ण सूर्यभान गवई महाराष्ट्र के दिग्गज नेता थे. वो 1964 से 1994 महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य रहे. इस दौरान वो विधान परिषद के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और विपक्ष के नेता के पद पर रहे. वो 1998 में अमरावती से 12वीं लोकसभा के लिए चुने गए थे. इसके बाद वो अप्रैल 2000 से अप्रैल 2006 तक महाराष्ट्र राज्य से राज्यसभा के लिए चुने गए थे. मनमोहन सिंह की सरकार ने जून 2006 में उन्हें बिहार का राज्यपाल बनाया था. बिहार के अलावा वो सिक्किम और केरल के राज्यपाल रहे. आंबेडकरवादी राजनीति करने वाले रामाकृष्ण सूर्यभान गवई ने रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (गवई) की स्थापना की थी. उनके पिता का जुलाई 2015 में निधन हो गया था. 

इतने लंबे करियर में जस्टिस गवई ने अपने परिवार की राजनीतिक पृष्ठभूमि को कभी नहीं छिपाया . ताजा मामला राहुल गांधी की लोकसभा की सदस्यता खत्म करने वाले आपराधिक मानहानि मामले में सुनाई गई सजा से जुड़ा था. जुलाई 2023 में इस मामले की सुनवाई करते हुए जस्टिस गवई ने अपने परिवार का कांग्रेस से लगाव होने की वजह से मामले की सुनवाई से हटने का प्रस्ताव दिया था. उन्होंने कहा था,''मेरे पिता कांग्रेस से जुड़े रहे हैं, हालांकि, वह पार्टी के सदस्य नहीं थे लेकिन उसके साथ जुड़े थे. मिस्टर सिंघवी (अभिषेक मनु सिंघवी) आप भी कांग्रेस के साथ 40 साल से जुड़े हैं. मेरा भाई अभी भी राजनीति में है और वो कांग्रेस से जुड़ा है. कृपया आपलोग बताएं कि क्या मुझे इस केस की सुनवाई करनी चाहिए.'' उनके यह कहने पर दोनों पक्षों ने उनके सुनवाई करने को लेकर कोई आपत्ति नहीं जताई थी. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने राहुल को सुनाई गई सजा पर रोक लगाई थी. इससे राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता बहाल हो गई थी. 

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शुक्रवार, 9 मई 2025

मनरेगा के धन के बंदरबांट में रुधौली अव्वल ,स्थलीय पड़ताल में बिना मजदूरों के भरी जा रही हाजिरी

समीक्षात्मक रिपोर्ट
सौरभ वीपी वर्मा/कुलदीप चौधरी

बस्ती- महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना ( मनरेगा ) में फर्जीवाड़े का काम रुकने का नाम नही ले रहा है जिसकी वजह से सरकार की महत्वाकांक्षी योजना का लाभ मजदूरों तक पहुंचने की जगह प्रधान और मनरेगा योजना से जुड़े जिम्मेदार अधिकारियों को मिल रहा है।
ताजा मामला जनपद के रुधौली विकास खण्ड के रानीपुर एवं सिसवारी खुर्द ग्राम पंचायत का है जहाँ मुट्ठी भर कार्य के नाम पर फर्जी हाजिरी लगाकर सरकारी खजाने से प्रति कार्ययोजना पर लाखों रुपये का गोलमाल किया जा रहा है।

मनरेगा योजना की हकीकत जानने के लिए मीडिया की टीम ने ग्राम पंचायत रानीपुर का स्थलीय पड़ताल किया जहां पर विजय नाथ पाण्डेय के खेत के पास पोखरा खुदाई का काम चल रहा था इसी ग्राम पंचायत में दूसरे कार्ययोजना पर विजय नाथ पांडेय के खेत के पास काम चल रहा था जिसमे 16 मस्टरोल में कुल 145 मजदूरों की हाजिरी भरी गई थी लेकिन मौके पर एक भी मजदूर कार्य करते हुए नही दिखाई दिये । कार्य स्थल पर पहले से मशीनों द्वारा कुछ काम कराया गया पाया गया जिसकी आड़ में प्रतिदिन करीब 34 हजार रुपये का फर्जी हाजिरी लगाकर सरकारी खजाने में सेंधमारी हो रहा है। उसके बाद इसी ग्राम पंचायत के सिसवारी खुर्द ग्राम पंचायत में चल रहे दो कार्यो का पड़ताल किया गया जिसमें सिसवारी खुर्द ग्राम पंचायत के पूरब पोखरे की खुदाई में 8 मस्टरोल के माध्यम से 80 मजदूरों की हाजिरी भरी गई थी लेकिन मौके पर 32 मजदूर कार्य करते हुए पाए गए इसी ग्राम पंचायत के एक दूसरे कार्य पर भीटा माफी गांव के पूरब गड्ढा खुदाई के नाम पर 7 मस्टरोल पर 70 मजदूरों की हाजरी भरी गई थी लेकिन मौके पर पहुंचने के बाद वहां एक भी मजदूर कार्य करते हुए नही पाए गए। इस तरह से दोनोँ ग्राम पंचायत में 295 मजदूरों के नाम पर 69,915 रुपया सरकारी खजाने से निकालने के लिए उपाय तैयार किये गए जबकि सही तौर पर 32 मजदूरों की मौजूदगी के हिसाब से 7584 रुपये  का ही कार्य होता पाया गया।

ऐसी स्थिति में मनरेगा जैसी महत्वाकांक्षी योजना में फर्जी हाजिरी और भ्रष्टाचार के मामलों से योजना की साख पर सवाल उठ रहे हैं। दूसरा सवाल यह भी है कि क्या खण्ड विकास अधिकारी के मिलीभगत के बगैर ही इस तरह के भ्रष्टाचार का अंजाम दिया जा रहा है या  फिर  मनरेगा योजना से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी द्वारा मिलकर सरकारी धन को हड़पने के लिए फर्जी फोटो अपलोड़ कर फर्जी हाजिरी भरकर  लाखो रुपये का गोलमाल किया जा रहा है।  मनरेगा योजना में पारदर्शिता बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा लगातार तकनीकी उपायों को तेजी से लागू किया जा रहा है लेकिन सरकारी कुर्सी पर बैठे जिम्मेदार लोगों की निरंकुशता और भ्रष्टाचार के चलते वास्तविक लाभार्थियों तक योजना का लाभ नही पहुंच रहा है।

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मंगलवार, 6 मई 2025

उत्तर प्रदेश राज्य के पूर्वांचल में स्थित बस्ती जिले का आज है 160वां वर्षगाँठ

उत्तर प्रदेश राज्य के पूर्वांचल क्षेत्र में स्थित जनपद बस्ती आज अपनी स्थापना का 160वां वर्षगाँठ मना रहा है. सन् 1801 में बस्ती तहसील मुख्यालय बना और आज के ही दिन 6 मई, 1865 को अंग्रेजी सरकार द्वारा गोरखपुर जनपद से अलगकर इसे तहसील से जिले का दर्जा दिया गया था. वर्तमान जिला बहुत पहले निर्जन और वन से ढका था लेकिन धीरे-धीरे यह क्षेत्र बसने योग्य बन गया था. वर्तमान नाम बस्ती राजा कल्हण द्वारा चयनित किया गया था, यह घटना जो शायद 16वीं सदी में हुई थी. महर्षि वशिष्ठ की तपोभूमि, पूज्य देवरहवा बाबा, आचार्य राम चन्द्र शुक्ल, सर्वेश्वर दयाल सक्सेना, डा. लक्ष्मी नारायण लाल, लक्ष्मीकांत वर्मा, प्रख्यात चित्रकार प्रो० रामचंद्र शुक्ला की जन्म भूमि, राजा उदय प्रताप नारायण सिंह, रानी तलाशि कुँवरि, राजा जालिम सिंह, शिव गुलाम सिंह की बलिदानी धरती बस्ती का अपना गौरवशाली इतिहास रहा है.
 
     आइये इस जनपद के बारे में सामान्य जानकारी हासिल करें - 
क्षेत्रफ़ल - 2688 वर्ग किमी0
जनसंख्या - 2,464,464 (वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार)
साक्षरता - 67.22%
भाषा – हिन्दी
पोस्टल कोड - 272001(बस्ती शहर)
एस.टी.डी. (STD) कोड - 05542
समुद्र तल से उचाई -
अक्षांश - 26 ° 23 ' और 27 ° 30' उत्तर
देशांतर - 82 ° 17 ' और 83 ° 20 ' पूर्व
औसत वर्षा - 1166 मि.मी

स्थिति और सीमा -
इसका उत्तर से दक्षिण की अधिकतम लंबाई 75 किमी है.  तथा पूर्व से पश्चिम में लगभग 70 किमी की चौड़ाई है. बस्ती जिला पूर्वी में नव निर्मित जिला संतकबीरनगर और पश्चिम में गोंडा के बीच स्थित है, दक्षिण में घाघरा नदी इस जिले को फैजाबाद जिला और नव निर्मित अंबेडकर नगर जिला से अलग करती है, जबकि उत्तर में सिद्धार्थ नगर जिला से घिरा है.

प्रमुख नदियाँ - कुआनों, मनोरमा, रामरेखा, आमी,  कठनुइया और घाघरा.
प्राकृतिक विभाजन - जनपद को तीन प्राकृतिक भागों में विभाजित किया जाता है.
(1) - आमी व कुआनों का मैदान
(2) - कुआनों व मनोरमा का मैदान
(3) - मनोरमा व घाघरा का मैदान

लोकसभा क्षेत्र - 1 (61-बस्ती)

विधानसभा सीटें - 5 (307-हर्रैया, 308-कप्तानगंज, 309-रूधौली, 310-बस्ती सदर तथा 311- महादेवा सुरक्षित)

विकासखंड - 14 (बहादुरपुर, कुदरहा, बनकटी, दुबौलिया, कप्तानगंज, हर्रैया, विक्रमजोत, परशुरामपुर, गौर, रामनगर, सल्टौआ गोपालपुर, रूधौली, साँऊघाट और बस्ती सदर.

कुल ग्राम पंचायतें – 1185

तहसीलें - 4 (बस्ती सदर, हर्रैया, भानपुर, रूधौली)

सी0ओ0 सर्किल क्षेत्र - 4 (हर्रैया, सदर, रूधौली और कलवारी)

पुलिस स्टेशन - 17 (कोतवाली, महिला थाना, पुरानी बस्ती, मुण्डेरवा, नगर, कलवारी, लालगंज, कप्तानगंज, दुबौलिया, हर्रैया, छावनी, परशुरामपुर, गौर, पैकोलिया, सोनहा, रूधौली, और वाल्टरगंज)

नगर निकाय क्षेत्र - कुल 10
नगर पालिका परिषद - बस्ती
नगर पंचायत - हर्रैया, बभनान, कप्तानगंज, नगर बाजार, गायघाट, बनकटी, गनेशपुर, मुंडेरवा, रूधौली

चीनी मिलें - वाल्टरगंज(बंद), रूधौली, बस्ती(बंद), मुण्डेरवा

रेलवे स्टेशन - 7 (बस्ती, बभनान, गौर, टिनिच, गोविन्दनगर, ओड़वारा, मुण्डेरवा)

वन रेंज – बस्ती, हर्रैया, कप्तानगंज, रामनगर

सहकारी गन्ना विकास समिति – 7 (विक्रमजोत, बभनान, गौर, टिनिच, बस्ती, वॉल्टरगंज [गोविंद नगर], मुंडेरवा)

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