सोमवार, 28 अप्रैल 2025

बस्ती- छितिरगावां में ट्रांसफर जलने से 300 घरों में अंधेरा, प्रधान ने डीएम से किया शिकायत

बस्ती- भानपुर तहसील क्षेत्र के छितिरगावां ग्राम पंचायत में 4 दिन से ट्रांसफार्मर खराब होने की वजह से गांव के गरीब 300 घरों में बिजली आपूर्ति ठप पड़ा हुआ है जिसकी वजह से पूरा गांव अंधेरे में डूबा हुआ है।
             प्रतीकात्मक तस्वीर (AI)
गांव की प्रधान राधिका चौधरी पत्नी राम प्रताप चौधरी ने जिलाधिकारी बस्ती एवं विद्युत विभाग के अधिकारियों को शिकायत पत्र देकर बताया कि छितिरगावां गांव में लगा ट्रांसफार्मर 4 दिन से जला हुआ है जिसकी शिकायत स्थानीय स्तर पर विद्युत विभाग से संबंधित अधिकारियों से की गई लेकिन जले हुए ट्रांसफार्मर को अभी तक नही बदला गया जिसकी वजह से करीब 300 उपभोक्ता भीषण गर्मी में रात्रि काटने के लिए मजबूर हैं। ग्राम प्रधान ने कहा कि गांव में अंधेरे की वजह से पूरे गांव के लोगों में आक्रोश है जिससे किसी प्रकार की अप्रिय घटना का सामना भी हो सकता है। प्रधान और ग्रामीणों ने तत्काल प्रभाव से जले हुए ट्रांसफार्मर बदलने की मांग की है।

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बस्ती- नगर पंचायत भानपुर द्वारा स्कूली छात्रों एवं अध्यापकों को कूड़ा निस्तारण की दी गई जानकारी

बस्ती- अपर जिला अधिकारी प्रतिपाल सिंह चौहान एवं अधिशासी अधिकारी ऋचा सिंह के दिशा निर्देशन में  स्वच्छता की ओर एक कदम बढ़ाते हुए आदर्श नगर पंचायत भानपुर बस्ती के वार्ड 06 जगदीशपुर में स्थित 5 TPD क्षमता की  मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर और कंपोस्ट पिट , C&D वेस्ट सेंटर में सावित्री विद्या विहार भानपुर के स्कूल के छात्रों और और अध्यापकों ने पहुंच कर कूड़ा निस्तारण की  विस्तृत जानकारी नगर पंचायत भानपुर द्वारा प्रदान की गई । छात्रों ने मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी(MRF) सेंटर पर लगे मशीनों वेलिंग मशीन , फटका मशीन, क्रसिंग मशीन, कन्वेयर बेल्ट मशीन आदि को देखा और उनके बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की |
आदर्श नगर पंचायत भानपुर के आकांक्षी नगर योजना के CM Fellow शिवकुमार यादव, अविनाश मिश्र, रवि प्रताप सिंह,बिरेन्द्र कुमार, नीतीश कुमार ,अनिल पांडेय एवं स्वच्छता कर्मचारियों द्वारा छात्रों को बताया गया कि 
 सामग्री  पुनप्राप्ति सुविधा (MRF)जिसे कभी-कभी सामग्री पुनप्राप्ति सुविधा भी कहा जाता है एक संयंत्र है जो अंतिम खरीदारों को बेचने के लिए एकल धारा पुनर्चक्रण सामग्री को अलग करता है और तैयार करता है। 
कंपोस्ट पिट प्लांट मे खाद बनाने की प्रणाली मे घरों से निकलने वाले गीले कूड़े जैसे सब्जी के छिलके ,फलों के छिलके,सड़ी सब्जियां, बचा हुआ खाना आदि से प्राकृतिक अपघटन के माध्यम से खाद तैयार की जाती है l 
 छात्रों  एवं स्वच्छता ब्रांड अम्बेसडर बृजेन्द्र प्रताप सिंह द्वारा शपथ  लिया गया कि  नगर पंचायत भानपुर को स्वच्छ बनाने के लिए हम सभी कि भागेदारी महत्वपूर्ण है जिसे हम अपने जीवन मे पालन करेंगे l

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सोमवार, 21 अप्रैल 2025

यूपी के देवरिया में पति की हत्या कर ट्राली बैग में भरकर फेंका, पुलिस ने मिनटों में किया खुलासा

उत्तर प्रदेश के देवरिया में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जहां एक पत्नी ने अपने पति की हत्या कर ट्राली बैग मे भर कर 55किलोमीटर दूर फेंक दिया। मृतक नौसाद की हत्या करने मे मदद करने वाला युवक का मृतक के पत्नी से प्रेम प्रसंग चल रहा था वह मृतक का सगा भांजा था। 10 दिन पूर्व नौसाद दुबई से लौटा था।पत्नी और भांजे ने नौसाद की हत्या करने के बाद लाश को दो टुकड़े मे काटकर उसी ट्राली बैग मे भरकर फेंका जिसे वह दुबई से लाया था। ट्राली बैग मे एयरपोर्ट पर पाशिंग का एक बार कोड लगा हुआ था जिसपर पुलिस की नजर पड़ गई उसके बाद पुलिस के अफसरों ने उसबार को लेकर एयरपोर्ट के अधिकारीयों से बात की तो वह बैग मईल थाना क्षेत्र के भटौली गाँव के नौसाद अहमद पुत्र मुन्नू अहमद के तौर पर हुई है। जिसके आधार पर पुलिस उसके गाँव पहुंची और जाँच पड़ताल करने के बाद घर में खून से लथपथ एक बैग और मिला एवं कई जगहोंपर खून के निशान मिले इस आधार पर उसकी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया उसका प्रेमी अभी फरार है। मृतक की एक 6साल की बेटी और बुजुर्ग पिता हैँ।

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गुरुवार, 17 अप्रैल 2025

प्रेमी के साथ मिलकर पत्नी ने पति की हत्या कर उसे सांप से डसवाया , ऐसे खुली पोल

मेरठ में सौरभ हत्याकांड के सदमे से लोग अभी तक उबरे भी नहीं थे कि यहां से एक और सनसनीखेज हत्या का मामला सामने आ गया. अब मेरठ की रविता एक और मुस्कान के रूप में सामने आई है, जिसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति को मारने के लिए ऐसी साजिश रची, जिसके बारे में सुनकर हर कोई दंग रह गया. इस हत्या को जिस तरह अंजाम दिया गया उसके बारे में सुनकर हर कोई हैरान है. पहले तो महिला ने अपने पति का गला घोटा और फिर सांप से डसवाया, जिससे घटना को सांप काटने से हुई मौत बताया जा सकें. लेकिन पोस्ट मार्टम रिपोर्ट में इनकी साजिश की कलई खुल गई. अब पुलिस दोनो को हिरासत में लेकर अपनी कार्रवाई कर रही है.

इस मामले से में जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ, जिसमें दिखा कि सांप के डसने से मेरठ निवासी अमित (25) की मौत हो गई. ये वीडियो रविवार सुबह तेजी से वायरल हुआ, जिसे देखकर कोई भी यकीन कर लेगा. लेकिन असल में इस वीडियो के पीछे की हकीकत कुछ और थी. वीडियो में देखा जा सकता है अमित (25) का शव पड़ा बिस्तर पर पड़ा है और एक सांप उसे बार बार डस रहा है.


पुलिस ने कैसे सुलझाई हत्या की गुत्थी

पोस्टमोर्टम रिपोर्ट पाकर मेरठ पुलिस एक्शन में आई और पुलिस ने लोगों के शक के आधार पर मृतक अमित की पत्नी रविता को हिरासत में लेकर पूछताछ की. तब जाकर मृतक की पत्नी रविता ने कबूल किया कि उसने अपने प्रेमी अमरदीप के साथ मिलकर अमित की हत्या की है. शनिवार रात दोनों ने मिलकर पहले सोते हुए अमित का गला घोटा, फिर उसके बिस्तर पर एक सांप छोड़ दिया, खुद को बचाने के लिए, सांप के डसने से अमित की मौत की झूठी खबर फैला दी.

मेरठ के थाना बहसूमा क्षेत्र के गांव अकबर पुर का निवासी 25 वर्षीय अमित मजदूरी का काम करता था, और शनिवार को रात भी मजदूरी से लौट कर खाना खाकर अपने बिस्तर पर सो गया था. रविवार सुबह जब अमित को सांप के डसने की सूचना फैली तो गांव के लोग जमा हो गए. पड़ोस के गांव से एक सपेरे को बुलवाकर सांप को पकड़वाया गया. सूचना पर पुलिस भी पहुंची. पहले तो नेचुरल डेथ मान कर बिना FIR बिना PM अमित का अंतिम संस्कार करने की बात उठी, लेकिन पुलिस ने कोई रिस्क लिए बिना अमित का PM करना बेहतर समझा, और रिपोर्ट ने इस हत्या कांड की अनोखी साजिश की कलई खोल कर रख दी.




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रविवार, 13 अप्रैल 2025

चकबंदी में हो रहे गड़बड़ी को लेकर मंगलवार को जिलाधिकारी से मिलेंगे अमरौली शुमाली के लोग

बस्ती- अमरौली शुमाली में चल रहे चकबंदी प्रक्रिया से असंतुष्ट किसानों ने रविवार को बैठक किया । बैठक में किसानों ने बताया कि चकबंदी अधिकारियों द्वारा उनके मूल गाटे पर दूसरे का चक बना दिया है । चकबंदी विभाग द्वारा किसानों से किये जा रहे धनउगाही की बात भी बैठक में उठाई गई। 
किसानों ने कहा कि जिन किसानों का जमीन कम मालियत में था उनकी जमीन अधिक मालियत वाले नंबर में बना कर उनकी जमीनें कम कर दी गई जिससे सीधे-साधे किसानों की जमीन बहुत कम हो गई व दूसरे चक नंबर पर कर दिए जाने से परेशान हैं । बताया की किसानों के लंबित मुकदमों का निस्तारण किये बगैर ग्राम पंचायत में पैमाइश की तैयारी की जा रही है जिसकी वजह से किसानों में काफी आक्रोश है। 

किसानों का कहना है कि पहले चकबंदी प्रक्रिया में चल रहे मुकदमों का निस्तारण किया जाए और चकबंदी अधिकारियों द्वारा गांव में सेक्टरवार बैठक कर किसानों की आपत्तियों को दूर करने के बाद पैमाइश की प्रक्रिया शुरू की जाए। बैठक में राम सूरत गौतम ने बताया कि गाटा संख्या 1848 जो अनुसूचित जाति हेतु आबादी व कब्रिस्तान की जमीन सुरक्षित की गई थी उसे साजिश करके खारिज कर दिया गया। नेबूलाल ने बताया कि गाटा संख्या 1754 जो उनका मूल चक है जिसमे दूसरे का का चक बना दिया गया और एक चक की जगह अलग अलग जगहों पर चार चक बना दिया गया ,उन्होंने बताया कि चकबंदी आयुक्त को अपनी समस्या हमने पत्र के माध्यम से बताया लेकिन उसका निस्तारण करे बगैर पैमाइश प्रक्रिया पूरी करने की जल्दबाजी की जा रही है । 

राम चन्द्र पुत्र अलगू ने बताया कि उनके द्वारा चकबंदी न्यायालय में कोई मुकदमा नही किया गया था किंतु मुझे फर्जी तरीके से वादी बनाकर मुझे ही हरा दिया गया जिससे किसी सक्षम न्यायालय में मुकदमा न कर सकें।बताया की चकबन्दी अधिकारी प्रदीप श्रीवास्तव द्वारा मेरे चक से कटौती करके 37 एअर जमीन बेच दी गयी । 
किसानों ने बताया कि जुलाई 2024 में अचानक तेज  बरसात होने के कारण रिकार्डरूम में रखा समस्त दस्तावेज भीग कर खराब हो गया था जो पढ़ने योग्य नही रह गया है । ऐसे में चकबंदी अधिकारियों द्वारा गांव में आगामी 20 अप्रैल को  सही से पैमाइश किया जाना सम्भव नही है। उपस्थित किसानों ने बैठक में मांग किया कि सर्वप्रथम रिकार्ड को दुरुस्त करके किसानों की समस्याओं को सुनकर पुनः सर्वे कर मामले का निस्तारण करें उसके बाद चकबंदी प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाए। निर्णय लिया गया कि 15 अप्रैल दिन मंगलवार को सामूहिक रूप से उपस्थित होकर जिलाधिकारी से मिलकर समस्याओं के निस्तारण हेतु पत्र सौंपा जाएगा।

इस अवसर पर राधेश्याम चौधरी, सौरभ वीपी वर्मा, पीoएनo श्रीवास्तव ,प्रदीप चन्द्र वर्मा ,आरoएनo पटेल ,उमेश गुप्ता , रबी ,राजेश , चन्द्र प्रकाश गुप्ता , जग्गनाथ , घिसियावन , राजेन्द्र प्रसाद , विजय ,श्रवण कुमार , शिव पूजन , विक्रम प्रसाद , आदित्य पाल , धर्मपाल , राम कृपाल , राजनारायण , राज बिहारी ,प्रभात प्रकाशन कुमार , रितेश ,राम अवध ,अर्जुन मौर्या कनिकराम चौधरी ,कुलदीप कुमार ,राम चन्द्र जगदीश ,पुद्दुल सिंह , दिनेश चौधरी ,राजितराम , राम धीरज , उमेश चन्द्र ,हृदय राम , संतराम , रँगीता समेत सैकड़ो लोग उपस्थित रहे।

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शनिवार, 12 अप्रैल 2025

बस्ती-शिक्षा के बाजारीकरण के विरोध में कांग्रेस ने राज्यपाल को भेजा ज्ञापन

शिक्षा के बाजारीकरण के विरोध में कांग्रेस ने राज्यपाल को भेजा ज्ञापन

फीस, संसाधन के लिये नियमावली बनाये सरकार- विश्वनाथ चौधरी

बस्ती। प्रदेश नेतृत्व के आवाहन पर कांग्रेस नेताओं ने जिलाध्यक्ष विश्वनाथ चौधरी के नेतृत्व में प्रदर्शन करते हुये राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा। राज्यपाल को भेजे ज्ञापन में कहा गया है कि निजी स्कूलों द्वारा की जा रही मनमानी को तत्काल रोके जाय, फीस बृद्धि, किताबों एवं यूनिफॉर्म के लिए न्यायोचित नियमावली बनवायी जाय।
ज्ञापन देने के बाद जिलाध्यक्ष विश्वनाथ चौधरी ने कहा कि अभिभावकों को बेहतर शिक्षा के झूठे सपने दिखाकर फीस, कापी किताब आदि के नाम पर सुनियोजित ठगी की जा रही है। इससे अभिभावक त्रस्त होकर ठगा महसूस कर रहे हैं। प्रदेश की भाजपा सरकार निजी स्कूलों की मनमानी रोकने में पूरी तरह से नाकाम है। पूर्व विधायक अम्बिका सिंह ने कहा कि भाजपा की सरकार में शिक्षा का बाजारीकरण कर रही है। यह स्थितियां खतरनाक है। सरकार ने स्पष्ट नियमावली न बनाया तो कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर आन्दोलन तेज करेगी।
ज्ञापन सौंपने वालों में  मुख्य रूप से  साधू शरण आर्य, अनिल भारती , बाबूराम सिंह,  अमित सिंह, डॉ  दीपेंद्र सिंह, वाहिद अली सिद्दीकी, गिरजेश पाल, राजबहादुर निषाद, अवधेश  सिंह,  प्रताप नारायण मिश्र, अमरदेव, शौकत अली, अमर बहादुर शुक्ला, शेर मोहम्मद, मंजू पाण्डेय, रविन्द्र सिंह, राजन, अलीम अख्तर, शिव नारायण पाण्डेय, लालजीत पहलवान, गुड्डू सोनकर, मदन लाल, प्रमोद कुमार द्विवेदी, मो. अकरम, अब्दुल रऊफ, आनन्द निषाद, सद्दाम हुसैन, राम बचन भारती, राहुल चौधरी, सोमनाथ, इम्तियाज अहमद, शकुन्तला देवी,नीलम विश्वकर्मा  के साथ ही कांग्रेस के अनेक नेता, कार्यकर्ता शामिल रहे।

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शनिवार, 5 अप्रैल 2025

इंजीनियर पत्नी पर था अवैध संबंधों का शक, पति ने सिर पर किया हथौड़े से वार, ले ली जान

नोएडा: रिश्तों को ये किसकी नजर लग रही है. कहीं पति की हत्या कर उसे सीमेंट के ड्रम में छिपाया जा रहा है, तो किसी ने हथौड़ा मारकर पत्नी को मौत के घाट उतार दिया. सात जन्मों के रिश्तों का ऐसा रूप डरा देने वाला है. वैसे शक का बीज कुछ है ही ऐसा कि जहां पनप जाए, सब तबाह कर दे. ताजा मामला नोएडा के सेक्टर 15 का है. शुक्रवार को एक ऐसा मामला सामने आया, जिसे सुनकर किसी का भी दिल दहल जाए. यहां अवैध संबंधों के शक में एक शख्स ने अपनी पत्नी (Noida Wife Murder) को बेरहमी से मार डाला. हत्या ऐसी कि सुनकर ही रोंगटे खड़े हो जाएं.

इंजीनियर पत्नी की हथौड़ा मारकर हत्या

पति ने पत्नी के सिर पर हथौड़े से वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया. मृतक महिला का नाम आसमा खान है. दिल्ली की रहने वाली आसमा पेशे से इंजीनियर थी. जामिया मिलिया इस्लामिया से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह सेक्टर 62 की एक निजी कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर काम कर रही थी. उसने  बिहार के चंपारण के रहने वाले नूर उल्ला हैदर से साल 2005 में शादी की थी. नूरउल्ला भी पेशे से इंजीनियर था. फिलहाल वह घर पर रहकर ट्रेडिंग का काम कर रहा था.  दोनों की शादी को 20 साल हो चुके थे. शक के बीज ने उनके रिश्ते को तबाह कर दिया. दोनों के दो बच्चे भी हैं. बेटा इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा है और बेटी आठवीं क्लास में पढ़ती है. 

पत्नी के चरित्र पर शक, ले ली जान

नूरउल्ला को अपनी पत्नी आसमा के चरित्र पर शक था. उसे लगता था कि उसकी पत्नी का किसी और के साथ अवैध संबंध है. इसी शक के चलते उसने आसमा के सिर पर हथौड़े से जानलेवा हमला कर दिया और उसकी जान ले ली. बेटे ने डायल 112 पर कॉल पर पुलिस को पिता की करतूत बताई.  

बेटे ने पुलिस को बताई पिता की करतूत

डीसीपी रामबदन सिंह ने बताया कि पुलिस को वारदात की सूचना मृतका के बेटे ने डायल 112 पर दी. सूचना मिलते ही थाना फेस-1 पुलिस टीम और फॉरेंसिक एक्सपर्ट तुरंत मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की. मृतका की पहचान 42 साल की आसमा खान के रूप में हुई है, जबकि आरोपी का नाम नुरुल्लाह हैदर है. उसकी उम्र 55 साल है.

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शुक्रवार, 4 अप्रैल 2025

आईआईटी कानपुर में वाटरशेड विकास कार्यशाला आयोजित

आईआईटी कानपुर में वाटरशेड विकास कार्यशाला आयोजित

सतत विकास के लिए जल, जंगल और ज़मीन के संरक्षण पर जोर

कानपुर, 04 अप्रैल। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY) - 2.0 के तहत शुक्रवार को आईआईटी कानपुर में वाटरशेड विकास कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में जल गुणवत्ता प्रबंधन, जलवायु अनुकूलन और नवीन वाटरशेड दृष्टिकोण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श किया गया।
कार्यशाला का उद्घाटन उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. हीरा लाल (IAS) और कोटक स्कूल ऑफ सस्टेनेबिलिटी के डीन प्रो. सच्चिदानंद त्रिपाठी द्वारा किया गया। इस अवसर पर प्रो. त्रिपाठी ने सतत कृषि पर चर्चा करते हुए इसे कृषि के लिए एक नई दिशा बताया। डॉ. हीरा लाल ने PMKSY 2.0 के सभी कर्मियों को जलवायु अनुकूल वाटरशेड रणनीतियों को लागू करने के लिए एक स्पष्ट उद्देश्य स्थापित करने पर जोर दिया।

मुख्य अतिथि डॉ. हीरा लाल पटेल ने अपने संबोधन में “दो मां” की अवधारणा पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हमारी पहली मां हमें जन्म देती है, जबकि दूसरी “मां पृथ्वी” जल, जंगल और ज़मीन के रूप में हमें जीवन प्रदान करती है। उन्होंने पारंपरिक ज्ञान को आधुनिक तकनीक से जोड़ने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि सस्टेनेबिलिटी के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) के अनुप्रयोग विकसित किए जाने चाहिए, लेकिन साथ ही पर्यावरण को मातृरूप में सम्मान देना भी अनिवार्य है।

कार्यशाला में संयुक्त वाटरशेड प्रबंधन (SEG) के प्रो. मनोज कुमार तिवारी, IIT कानपुर (सिविल इंजीनियरिंग विभाग) ने जल की गुणवत्ता और उसके महत्व पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि जल जीवन यापन का एक महत्वपूर्ण विषय है और इसकी गुणवत्ता को समझना आवश्यक है। जल का सतत विकास तभी संभव है जब उसका समुचित संरक्षण किया जाए। उन्होंने बताया कि जल के प्रयोग के लिए मानक तय हैं और जल संरक्षण पर आधारित नवाचारों को बढ़ावा देना जरूरी है।

प्रो. देवलिना चटर्जी, प्रबंधन विज्ञान विभाग, IIT कानपुर ने कार्यशाला में उपस्थित PMKSY 2.0 के सभी कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि जल संरक्षण की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है। आज के समय में AI और IoT (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) के माध्यम से स्मार्ट वाटर मैनेजमेंट सिस्टम विकसित किए जा रहे हैं, जिससे कृषि क्षेत्र में जल प्रबंधन को और अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है।

प्रो. महेंद्र कुमार वर्मा, IIT कानपुर ने चर्चा की कि कृषि की उत्पादकता मौसम पर निर्भर करती है और मानसून जलवायु को प्रभावित करता है। उन्होंने जलवायु परिवर्तन के कारण कृषि पर पड़ने वाले प्रभावों की भी व्याख्या की।

प्रो. रूपेंद्र ओबेरॉय, दिल्ली विश्वविद्यालय ने संयुक्त आजीविका पर चर्चा करते हुए बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में सतत विकास के लिए किस प्रकार की नीतियां अपनाई जानी चाहिए। उन्होंने ग्रामीण समुदायों को विकास की ओर अग्रसर करने के विभिन्न उपायों पर भी प्रकाश डाला।

इस कार्यशाला का उद्देश्य “जल गुणवत्ता मैपिंग” और अन्य नवीन तकनीकों के माध्यम से प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण को बढ़ावा देना है। इसमें विभिन्न विशेषज्ञों, शिक्षाविदों और नीति निर्माताओं ने भाग लिया और जल प्रबंधन से जुड़े अपने विचार साझा किए।

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