गुरुवार, 24 अक्टूबर 2024

बस्ती- कटे होंठ -तालू वाले मरीजों के इलाज के लिए 29 अक्टूबर तक होगा निःशुल्क पंजीकरण

बस्ती - अब जन्मजात कटे होंठ और कटे तालू वाले बच्चे खिलखिलाकर मुस्कुरा सकेंगे। बच्चों की इस जन्मजात विकृति को दूर करने के लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम एवं हेल्थ सिटी हॉस्पिटल की ओर से जिले में निःशुल्क पंजीकरण शिविर का आयोजन किया जाएगा। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आर एस दूबे ने दी। उन्होंने बताया कि शिविर का आयोजन जिले पर ही नहीं बल्कि ब्लॉकों में भी किया जाएगा।
रुधौली,भानपुर व सल्टौआ  ब्लॉक के मरीजों का पंजीकरण आज दिनांक 24 अक्टूबर को सामुदायिक स्वास्थ्य के अधीक्षक सचिन चौधरी की अध्यक्षता में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भानपुर में किया गया। कैंप में कुल 24 बच्चों का निःशुल्क पंजीकरण एवं परीक्षण किया गया जिसमें 12 बच्चों को ऑपरेशन के लिए चिन्हित किया गया, चिन्हित किए गए बच्चों का संपूर्ण इलाज हेल्थ सिटी ट्रॉमा सेंटर एवं सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल गोमतीनगर लखनऊ में स्माइल ट्रेन प्रोजेक्ट डायरेक्टर डॉ वैभव खन्ना के द्वारा निःशुल्क किया जाएगा। इसी क्रम में परसरामपुर, विक्रमजोत, हर्रैया व दुबौलिया ब्लॉक के मरीजों का पंजीकरण 25 अक्टूबर को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र विक्रमजोत में किया जाएगा। कुदरहा, बनकटी,व बहादुरपुर  ब्लॉक के मरीजों का पंजीकरण 26 अक्टूबर को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कुदरहा में किया जायेगा। साऊघाट, कप्तानगंज, गौर, ब्लॉक एवं बस्ती सदर व अरबन  के मरीजों का पंजीकरण 28 अक्टूबर को मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय बस्ती में किया जायेगा। इसके अलावा समस्त ब्लॉक तथा शहरी क्षेत्र के छूटे हुए मरीजों का पंजीकरण 29 अक्टूबर को मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय बस्ती में किया जाएगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि कैम्प के दौरान पंजीकृत बच्चों का निःशुल्क ऑपरेशन एवं सम्पूर्ण इलाज लखनऊ के हेल्थ सिटी ट्रामा सेंटर एवं सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के प्लास्टिक माइक्रोवस्कुलर कॉस्मेटिक एवं क्रेनियोफेशियल सर्जरी विभाग में किया जाएगा। स्माइल ट्रेन प्रोजेक्ट के निदेशक डा. वैभव खन्ना एवं वरिष्ठ प्लास्टिक सर्जन डॉ आदर्श कुमार हेल्थ सिटी ट्रामा सेंटर एवं सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की सक्रिय भूमिका है। यह संस्था प्लास्टिक सर्जरी के द्वारा बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए निरन्तर प्रयासरत है। इसमें हर आयु वर्ग के लोगों का इलाज पूर्णतया नि:शुल्क किया जाता है। इस प्रोजेक्ट के तहत डा. वैभव खन्ना के द्वारा अब तक 14,000 से अधिक मरीजों का निःशुल्क ऑपरेशन किया जा चुका है। 

अपर मुख्य चिकित्साधिकारी एवं नोडल अधिकारी डॉ ए के चौधरी ने बताया कि हेल्थ सिटी ट्रामा सेंटर एवं सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में संचालित स्माइल ट्रेन प्रोजेक्ट का यही वास्तविक उद्देश्य है। उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि ऐसे बच्चे यदि आपके घर में या आसपास हैं, तो उनका पंजीकरण अवश्य कराएं और बच्चों को उनके चेहरे पर मुस्कान देने में विभाग का सहयोग करें। 

अधिक जानकारी के लिए डॉ अजय कुमार, चिकित्सा अधिकारी (आरबीएसके) प्रभारी डीईआईसी मैनेजर के 7905411691, 9453446117 एवं स्माइल ट्रेन संस्था के प्रोजेक्ट अवेयरनेस असिस्टेंट नीरज कुमार शर्मा के 9565437056 व स्माइल ट्रेन प्रोजेक्ट के हेल्पलाइन नं - 9454159999 पर सम्पर्क स्थापित किया जा सकता है।

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मंगलवार, 22 अक्टूबर 2024

बस्ती-आखिर कौन करवा रहा सफाई कर्मचारियों से 300 की वसूली ?

सौरभ वीपी वर्मा

बस्ती- दीपावली में मिठाई के नाम पर सल्टौआ विकास खंड के सफाई कर्मचारियों से 300 रुपया प्रति व्यक्ति की वसूली की जा रही है इस बात की शिकायत खुद सफाई कर्मचारियों ने किया है । 
करीब 1 दर्जन सफाई कर्मचारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि त्योहार के नाम पर प्रति व्यक्ति से 300 रुपये की वसूली की जा रही है वहीं 11 हजार रुपया हर महीना सफाई कर्मचारी चंदा की वसूली करके विभागीय अधिकारियों को देने के लिए मजबूर हैं। सल्टौआ विकास खंड के अंतर्गत करीब 259 सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति है जो विकास खण्ड के अलग अलग ग्राम पंचायतों में कार्यरत हैं। इन सफाई कर्मचारियों से होली ,दीवाली एवं अन्य त्योहार के नाम पर वसूली होने की वजह से अंदरखाने विरोध चल रहा है । लेकिन सवाल इस बात का है कि आखिर सफाई कर्मचारियों से त्योहार और मिठाई के नाम पर वसूली कौन करवा रहा है ? 259 सफाई कर्मचारियों  से वसूली गई 77700की धनराशि में कौन कौन लोग हिस्सेदारी ले रहे हैं ? क्या इसमें जिले के विभागीय आला अधिकारी भी शामिल हैं या नही इस बात की जांच होनी चाहिए।

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मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024

माइक्रो फाइनेंस कंपनियों की जाल में फंसी ग्रामीण महिलाएं , जीवन और जीविका का संकट

रिपोर्ट - राज आर्या

बस्ती / रुधौली - रुधौली तहसील क्षेत्र के अंतर्गत भरौली गांव का बड़ा मामला सामने आये हैँ  जहा पर गांव कि दर्जनों महिलाएं माइक्रो फाइनेंस  प्राइवेट समूह लोन कि कम्पनी के एजेंटो द्वारा दुर्व्यवहार से गांव कि महिलाएं बहुत पीड़ित हैँ ऐसे मे महिलाओ द्वारा बताया गया कि कंपनी के एजेंटो द्वारा कहा जाता हैँ कि लोन किस्त किसी भी कीमत पर जमा होने चाहिए चाहे तुम लोग अपने घर का सामान चाहे राशन, गहना, घर, ज़मीन कुछ भी बेच कर किस्त जमा करावो और तो और ये कम्पनी के लोग हम लोगों बेइज्जत भी करते हैँ इस तरह के दुर्व्यवहार से हम लोग आत्महत्या करने को मजबूर हैँ।
गाँव कि सरोज देवी, सुधा, शालू, ज्योति, प्रीती, कमलेश, गीता, संगीता, पुष्पा, वंदना, सरोज, नीता, सीमा, शिमला, गुड़िया, श्यामकली, सुन्दरी, सरिता, विद्यावती, सुनीता, कलावती, आशा देवी, नेहा, संजू, सुभावती, चंदा, शान्ति आदि महिलाओ ने बताया कि माइक्रो फाइनेंस कंपनी के एजेंट  आदर्श कुमार, अटल विहारी, अंगद चौहान, विकास, दिनेश, पंकज दास, हरिशंकर, ज्ञानेंद्र दुबे, राजू, सुशील इत्यादि ऐसे दर्जनों एजेंटो द्वारा हम लोगों को पीड़ित कर दुर्व्यवहार किया जाता हैँ ऐसे मे ग्रामीण कोटा, बंधन, चेतन इंडिया, एल टी, आरबीएल, भारत, सूर्य उदय, सोनाटा, उत्कर्ष आदि माइक्रो फाइनेंस प्राइवेट कंपनी शामिल हैँ ऐसी प्राइवेट कंपनियों कि पड़ताना व दुर्व्यवहार से मीडिया के सामने अपना दर्द बया कर सरकार से न्याय कि गुहार लगायी..

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बस्ती-डीएम के आदेश पर जांच करने की बजाय लीपापोती कर रहे डीपीआरओ

कुलदीप चौधरी

बस्ती-अधिकारियों की निरंकुशता के चलते आम जनता से लेकर के खास लोगों को भी छोटी-छोटी समस्याओं के समाधान के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है यही कारण है कि आम जनता का प्रशासन के रवैये पर सवाल खड़ा होने लगता है। 
ताजा मामला बस्ती जनपद के सल्टौआ विकासखंड के अमरौली शुमाली ग्राम पंचायत का है जहां पर ग्राम पंचायत के शिकायतकर्ता सौरभ वीपी वर्मा ने जिलाधिकारी बस्ती रवीश गुप्ता को शिकायती प्रार्थना पत्र देते हुए बताया था कि ग्राम पंचायत  अमरौली शुमाली में प्रधान और सचिव के मिलीभगत से राज्य वित्त एवं केंद्रीय वित्त के पैसे को प्रधान और प्रधान के रिश्तेदार के खाते में भुगतान कर उसका बंदरबांट कर लिया गया है वहीं ग्राम पंचायत में एक पुरानी नाली के मरम्मत के नाम पर पैसे का गोलमाल किया गया है। 

 शिकायतकर्ता के प्रार्थनापत्र को संज्ञान में लेने के बाद जिलाधिकारी रवीश गुप्ता ने मामले की जांच जिला पंचायत राजअधिकारी बस्ती रतन कुमार को सौंपते हुए जांचोपरांत आवश्यक कार्यवाही करने का निर्देश दिया । शिकायतकर्ता ने कहा कि जांच की प्रगति जानने के लिए उनके द्वारा डीपीआरओ को प्राप्त सीयूजी नंबर पर पिछले दस दिन में करीब दस बार फोन लगाया गया लेकिन डीपीआरओ द्वारा फोन का जवाब नही दिया गया , शिकायतकर्ता का आरोप है कि 22 सितंबर को शिकायत मिलने के बाद डीपीआरओ रतन कुमार द्वारा मामले की गंभीरता न लेकर  उसको दबाने का प्रयास किया जा रहा है जबकि उसी विभाग के अधिकारी होने की वजह से उन्हें भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए ठोस कदम उठाना चाहिए लेकिन उनके द्वारा मामले में की जा रही शिथिलता यह दर्शाता है कि डीपीआरओ द्वारा भ्रष्टाचार में शामिल लोगों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है एवं भ्रष्टाचार में शामिल लोगों के साम्राज्य को बचाये रखने के लिए उनका संरक्षण किया जा रहा है।

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शनिवार, 12 अक्टूबर 2024

उत्तराखंड- रेस कोर्स में आयोजित हुआ दशहरा पर्व का भव्य आयोजन

उत्तराखंड- आज रेस कोर्स स्थित बन्नू स्कूल में बन्नू बिरादरी द्वारा दशहरा पर्व का भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसका आयोजन हरिश वीरमानी ने किया कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डालनवाला के पार्षद निखिल कुमार शामिल हुए।
कार्यक्रम में रावण दहन का आयोजन किया गया, जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए , इस अवसर पर सभी गणमान्य व्यक्तियों ने अपने विचार साझा किए और समाज के कल्याण के लिए एकजुटता की भावना पर बल दिया। 

इस सफल आयोजन के लिए आयोजक हरिश वीरमानी  और उनकी टीम को सभी उपस्थित नेताओं और समुदाय के सदस्यों द्वारा बधाई देते हुए सभी के मंगलकामना की प्रार्थना की गई। कार्यक्रम में प्रदेश युवा कांग्रेस के महामंत्री प्रियांश छाबड़ा के साथ पूर्व पार्षद अनुप कपूर, पूर्व पार्षद प्रत्याशी वीरेंद्र बिष्ट, राकेश पंवार, दीपा चौहान, आशीष भूटानी, अकदस शम्सी, और नमन कुमार सहित कई वरिष्ठ गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।


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मंगलवार, 1 अक्टूबर 2024

हैलो मैं CBI से बोल रहा हूं...कहकर मशहूर कंपनी के मालिक कैसे ठगे 7 करोड़

लुधियाना पुलिस ने सीबीआई के नकली अधिकारी बनकर जाने-माने उद्योगपति और वर्तमान इंडस्ट्री के मालिक एसपी ओसवाल से 7 करोड़ रुपए की ठगी करने के मामले में अंतर राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ कर दो आरोपियों को असम के गुवाहाटी से गिरफ्तार कर लिया है.
डिजिटल अरेस्ट आजकल ऑनलाइन ठगी (Online Fraud) का नया तरीका बनकर उभर रहा है. देशभर में इस तरह के कई मामले अब तक सामने आ चुके हैं. डिजिटल अरेस्ट के जरिए बड़े-बड़े बिजनेसमैन भी ठगों का शिकार आसानी से बन रहे हैं. ताजा मामला जाने-माने बिजनेसमैन से जुड़ा है. मशहूर वर्धमान इंडस्ट्री के मालिक एसपी ओसवाल को ठगों ने डिजिटल अरेस्ट (Vardhman Industry Owner Digital Arrest) कर उनसे 7 करोड़ रुपए ऐंठ लिए. उनके साथ क्या हुआ और कैसे उन्होंने इतनी बड़ी रकम ठगों के सौंप दी, उनकी जुबानी पूरा वाक्या जानिए.

एसपी ओसवाल- मुझे कॉल कर कहा गया कि आपके फोन दो घंटे में डिसकनेक्ट कर दिए जाएंगे. मुझसे 9 नंबर दबाने को कहा. मैंने 9 नंबर का बटन दबा दिया. 
ठग- मैं मुंबई के कोलाबा सीबीआई ऑफिस से बोल रहा हूं. आपके पास एक मोबाइल नंबर है. हम इसको डिसकनेक्ट कर रहे हैं. किसी ने ये नंबर आपके नाम से ले लिया होगा. केनरा बैंक में आपके नाम पर एक अकाउंट चल रहा है.
एसपी ओसवाल- मेरा कोई अकाउंट नहीं है. मेरे सारे अकाउंट लुधियाना में हैं. 
ठग- ये अकाउंट आपके नाम पर है. पिछले कुछ महीने से ये रेगुलर चल रहा है. ये किसी नरेश गोयल से संबंधित है. ये अकाउंट आपके नाम पर है तो आप सस्पेक्ट हैं.
एसपी ओसवाल- ये मेरा अकाउंट नहीं है. मैंने कुछ किया नहीं है और मैं किसी नरेश गोयल को जानता नहीं हूं.
ठग- आधार कार्ड से आपका नाम लिया हुआ है.आपका आधार कार्ड उनके पास कैसे आया?
एसपी ओसवाल- मैं जेट एयरवेज में ट्रैवल करता हूं. हो सकता है मैने कभी आधार कार्ड आइडेंटिफिकेशन के लिए दिया होगा.
ठग- हम समझ सकते हैं. फिर भी आपको हमें क्लियर तो करना पड़ेगा. इसके लिए हमें जांच करनी पड़ेगी, क्यों कि आप पर शक है. तब तक आप हमारी डिजिटल कस्टडी में हैं. हम आपको प्रोटेक्ट करने की कोशिश करेंगे. आपको हमारे साथ कॉपरेट करना होगा.
एसपी ओसवाल- मुझे ये विश्वास हो गया कि ये मुझे प्रोटेक्ट करेंगे. बात शुरू हुई तो राहुल गुप्ता नाम का उनका सीनियर आ गया. उसने खुद को चीफ इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर बताया. उन्होंने प्रायोरिटी ऑफ इन्वेस्टिगेशन का लेटर लिखवाया. मैंने लेटर बनाकर दे दिया.
ठग- 1 घंटा लगेगा, हम सीनियर्स से परमिशन ले लेते हैं. आप बॉम्बे नहीं आ सकते तो आपकी जांच प्रायोरिटी पर करेंगे. फिर उन्होंने मेरा बयान लेना शुरू किया. बिजनेस से लेकर सबकुछ बताइए.  प्रॉपर्टी को लेकर भी सवाल पूछे कि आपके पास क्या-क्या है.
एसपी ओसवाल- मुझे ऐसे तो याद नहीं है लेकिन मैं अपने मैनेजर से बात करके आपको बता दूंगा. मुझे लगा पुलिस वाले हैं तो झूठ तो बोलना नहीं है, मैने बता दिया कि 10-11 करोड़ बैंक अकाउंट में है. बाकी म्यूचुअल फंड में है और शेयर इनवेस्टमेंट्स हैं. उन्होंने वो सारी स्टेटमेंट रिकॉर्ड कर ली. 


ठग- सुप्रीम कोर्ट के लिए एक एप्लिकेशन बना दी है. सुप्रीम कोर्ट से समय ले लिया है. सीजेआई चंद्रचूड़ आपकी पिटीशन 11 बजकर 5 मिनट पर सुनेंगे.

एसपी ओसवाल- विजय खन्ना नॉर्मल ड्रेस में थे. सीबीआई का ऑफिस लग रहा था. पीछे सीबीआई का लोगो लगा था. वे मेरे साथ स्काइप पर कनेक्ट थे. 24 घंटे स्काइप पर हमारी फोटो आती रही. उन्होंने 24 घंटे मुझे मॉनिटर किया. बाहर जाने के दौरान भी वो मुझे देखते रहते थे. अंडर नेशनल सीक्रेट एक्ट होने का हवाला देकर उन्होंने मुझे किसी को भी इस बारे में बताने से मना किया था.

ठगों ने ऐसे दिखाया सुप्रीम कोर्ट का डर?

ओपी ओसवाल ने बताया कि ठगों ने उनसे अपनी स्क्रीन किसी के साथ न शेयर करने को कहा था. अगले दिन सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. वह सुनवाई के समय कपड़े चेंज करके बैठ गए. उनको जज तो कहीं नजर नहीं आए. लेकिन राहुल गुप्ता उनको केस के बारे में बता रहा था. प्रॉपर्टी के बारे में भी बताया. तो जज साहब ने कहा कि ठीक है तब तक आप इनकी प्रॉपर्टी ट्रांसफर करवा लीजिए. अगर नहीं मानें तो गिरफ्तार कर लो. थोड़ी देर बाद ऑर्डर की कॉपी भी मुझे दे दी. 

ठगों ने बिजनेसमैन से ऐसे करवाई रकम ट्रांसफर

अमाउंट ट्रांसफर करने का प्रोसेस शुरू हुआ. मैंने अपने फाइनेंस मैनेजर को कमरे में बुलाया और उसको पैसे ट्रांसफर करने को लेकर बताया. उसने पूछा कि किसको करना है.तो मैंने नहीं बताया. मैंने उनसे कहा कि ये सारा अमाउंट एक बैंक में ले लो. ठगों ने कहा कि 1 और 2 करोड़ की किश्तों में वह अमाउंट ट्रांसफर करवाएंगे. उन्होंने तीन बार रकम ट्रांसफर कर दी. उन्होंने कहा कि बाकी अगले दिन करेंगे. इस तरह से उनसे बड़ी रकम ऐंठ ली गई और उनको पता तक नहीं चला.

गिरोह का भंडाफोड, आरोपियों को धर दबोचा

लुधियाना पुलिस ने सीबीआई के नकली अधिकारी बनकर वर्धमान इंडस्ट्री के मालिक एसपी ओसवाल से 7 करोड़ रुपए की ठगी करने के मामले में अंतर राज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ कर दो आरोपियों को गुवाहाटी से गिरफ्तार कर लिया.  पश्चिम बंगाल और दिल्ली से संबंधित सात आरोपियों को ट्रेस करने में सफलता हासिल की है.

5 करोड़ 25 लाख रुपए रिकवर

 साइबर क्राइम सेल की टीम ने इस गिरोह को 48 घंटे में ही ट्रेस कर  दो आरोपियों अतनु चौधरी और आनंद कुमार चौधरी को गुवाहाटी से गिरफ्तार कर लिया. इसके अलावा 5 करोड़ 25 लाख रुपए रिकवर भी कर लिए गए हैं. इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर के मुताबिक 5 करोड़ 25 लाख 600 रुपए की यह भारत में अब तक की सबसे बड़ी रिकवरी है. मामले में 6 एटीएम और तीन मोबाइल फोन भी जब्त किए

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