शनिवार, 29 जून 2024

भारतीय दंड संहिता (IPC) जो अब हो गया भारतीय न्याय संहिता (BNS)

 1. 302 IPC = 103 BNS
  2. 304(A) IPC = 106 BNS
  3. 304(B) IPC = 80 BNS
  4. 306 IPC = 108 BNS
  5. 307 IPC = 109 BNS
  6. 309 IPC = 226 BNS

  7. 286 IPC = 287 BNS
  8. 294 IPC = 296 BNS
  9. 509 IPC = 79 BNS
  10. 323 IPC = 115 BNS
  11. R/W 34 IPC = 3(5) BNS
  12. R/W 149 = R/W 190 BNS

  13. 324 IPC = 118(1) BNS
  14. 325 IPC = 118(2) BNS
  15. 326 IPC = 118(3) BNS
  16. 353 IPC = 121 BNS
  17. 336 IPC = 125 BNS
  18. 337 IPC = 125 BNS(A)

  19. 338 IPC = 125 BNS(B)
  20. 341 IPC = 126 BNS
  21. 353 IPC = 132 BNS
  22. 354 IPC = 74 BNS
   23. 354(A) IPC = 75 BNS
   24. 354(B) IPC = 76 BNS

   25. 354(C) IPC = 77 BNS
   26. 354(D) IPC = 78 BNS
   27. 363 IPC = 139 BNS
   28. 376 IPC = 64 BNS
   29. 384 IPC = 286 BNS
   30. 386 IPC = 288 BNS
         (Fine - 5000/-)

   31. 390 IPC = 292 BNS
         (Fine - Rs 1000/-)
   32. 394 IPC = 296 BNS
   33. 447 IPC = 329 (3) BNS
   34. 448 IPC = 329 (4) BNS
   35. 392 IPC = 309 BNS
   36. 411 IPC = 317 BNS
  37. 420 IPC = 318 BNS
   38. 382 IPC = 304 BNS
   39. 442 IPC = 330 BNS
   40. 445 IPC = 330 BNS
  41. 447 IPC = 330 BNS
  42. 448 IPC = 331 BNS

  43. 494 IPC = 82 BNS
  44. 498(A) IPC = 85 BNS
  45. 506 IPC = 351 BNS
  46. 509 IPC = 79 BNS
47. 9(I), 9(II) = 112 BNS


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शुक्रवार, 28 जून 2024

1 जुलाई से देश में लागू होगें 3 नए कानून, खत्म हो जाएगी IPC

News Rules 1 July:देश में 30 जून की रात 12 बजने के साथ ही अंग्रेजों द्वारा बनाए गए कानून समाप्त हो जाएंगे। 1 जुलाई से इनकी जगह तीन नए आपराधिक कानून लागू हो जाएंगे।इस नए कानून के लागू होने के बाद, देश में आईपीसी और सीपीआरपीसी की छुट्टी हो जाएगी। अब किसी भी अपराध की एफआईआर किसी भी थाने में दर्ज कराई जा सकेगी।इसके अलावा, भारतीय दंड संहिता (IPC), दंड प्रक्रिया संहिता (CrPC), और 1872 के भारतीय साक्ष्य अधिनियम की जगह नए क्रिमिनल कानून देश में लागू होंगे। भारतीय दंड संहिता (BNS), भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS), और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (BSA)  लागू होंगे।
इन नए कानूनों में जांच, ट्रायल, और अदालती कार्यवाहियों में तकनीक के उपयोग पर विशेष जोर दिया गया है। इसके अतिरिक्त, NCRB ने मौजूदा क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम (CCTNS) एप्लिकेशन में 23 कार्यात्मक संशोधन किए हैं। यह संशोधन नए सिस्टम में आसानी से कंप्यूटर से FIR दर्ज करने और CCTNS संबंधित अन्य कार्य करने में सहायता करेंगे।

बड़े स्तर पर तैयारी पहले से हो गई थी शुरू

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में, गृह मंत्रालय ने 25 दिसंबर, 2023 को तीन नए आपराधिक कानूनों की अधिसूचना जारी करने के तुरंत बाद, पुलिसकर्मियों, जेल अधिकारियों, अभियोजकों, न्यायिक अधिकारियों और फॉरेंसिक कर्मियों को जागरूक करने के लिए बड़े पैमाने पर कार्य आरंभ कर दिया था। इसके अतिरिक्त, NCRB ने नए कानूनों को लागू करने में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सहायता के लिए 36 सपोर्ट टीम और कॉल सेंटर स्थापित किए हैं, ताकि किसी भी राज्य को इन नए कानूनों को लागू करने में आने वाली किसी भी प्रकार की तकनीकी या अन्य समस्या का तुरंत समाधान किया जा सके।

तीन नए ऐप भी बनाए गए

राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC) ने नए कानूनों के तहत क्राइम स्पॉट, अदालती सुनवाई और इलेक्ट्रॉनिक तरीके से अदालती समन की तामील की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की सुविधा के लिए 'ई-साक्ष्य', 'न्यायश्रूति', और 'ई-समन' नाम से तीन नए ऐप भी बनाए हैं। बीपीआर एंड डी ने इन कानूनों के विभिन्न पहलुओं को समझाने के लिए 250 वेबिनार और सेमिनार आयोजित किए, जिनमें 40,317 अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया। ब्यूरो के मार्गदर्शन में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने 5,84,174 कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया।यूजीसी ने शिक्षकों और छात्रों को नए कानूनों से अवगत कराने के लिए 1,200 विश्वविद्यालयों और 40,000 कॉलेजों को जागरूक किया, जबकि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद ने लगभग 9,000 संस्थानों को इस बारे में जानकारी दी।

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शुक्रवार, 21 जून 2024

भारत में 5 साल में 45 परीक्षाएं हुई लीक जवाबदेही किसकी

सौरभ वीपी वर्मा

देश में मध्‍यप्रदेश से लेकर बिहार, राजस्‍थान, उत्‍तर प्रदेश,उत्‍तरांखड, महाराष्‍ट्र, गुजरात, हरियाणा और जम्‍मू कश्‍मीर जैसे राज्यों में पेपर लीक के मामले सामने आ चुके हैं । एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले 5 साल में देश के 15 राज्यों में हुई 45 परीक्षाएं पेपर लीक का शिकार हुईं जिसके बाद करीब 1.4 करोड़ परीक्षार्थी के भविष्‍य पर प्रश्‍नचिन्‍ह खड़ा हो गया। यह सिर्फ एक मोटा-मोटा आंकड़ा है, अगर पेपर लीक के इस बेहद गहरे दलदल में उतरेंगे शायद इसकी भयावह हकीकत पर किसी को यकीन नहीं होगा। जानते हैं पिछले कुछ सालों में कैसे स्‍कूल से लेकर तमाम तरह की प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक ने देश के शिक्षा प्रणाली को ध्वस्त कर दिया है। बावजूद इसके अब तक इस मामले में कोई बडी गिरफ्तारी नहीं हुई। आमतौर पर छोटे स्‍तर के कर्मचारियों पर आरोप लगाकर मामले को बरी कर दिया जाता है । ऐसी स्थिति में सवाल खड़ा होता है कि लगातर हो रहे पेपर लीक का जिम्मेदार कौन है और कौन इसपर जवाबदेही तय करेगा? 
इस देश में करोड़ो बच्चे ऐसे हैं जिनके मां बाप अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने के लिए ऋण लेते हैं , खेत गिरवी रख देते हैं ,कड़ी मेहनत करते हैं ताकि बच्चों के पढ़ाई और ट्यूशन का फीस समय से जमा हो सके लेकिन मुट्ठी भर लोग जिन लोगों ने अनैतिक तरीके से पैसे की कमाई की है और जिनके बच्चे पढ़ने लिखने में लोफर हैं उनको सरकारी नौकरी में लाने के लिए सरकारी परीक्षा व्यवस्था में सेंधमारी की जा रही है ताकि ईमादारी और मेहनत से पढ़ाई करने वाले बच्चों की सीट को बेईमानी के पैसे से हड़पा जा सके।

अब यह वह वक्त आ गया है कि सरकार पेपर लीक जैसी मामले में ठोस कानून बनाए ताकि भ्रष्ट एवं अनैतिक सिस्टम की वजह से बर्बाद हो रहे हैं लाखों बच्चों का भविष्य बचाया जा सके अन्यथा वह वक्त भी आने में देर नहीं है जब इस देश के छात्र छात्राओं द्वारा इस देश के जिम्मेदार लोगों को जवाबदेही तय करने के लिए क्रांतिकारी कदम उठाकर मजबूर कर दिया जाएगा ।

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गुरुवार, 20 जून 2024

बेहतर सुविधाओं से लैश आर्यन हॉस्पिटल एन्ड सर्जिकल सेंटर का शुभारंभ

बस्ती -जनपद में स्वास्थ्य सुविधाओं से लैश आर्यन हॉस्पिटल एन्ड सर्जिकल सेंटर का शुभारंभ हो गया है। जिसमें लेजर एवं लैप्रोस्कोप विधि द्वारा बिना किसी चीर फाड़ के अनुभवी डॉक्टरों द्वारा इलाज किया जा रहा है यह बात अस्पताल के मैनेजिंग डायरेक्टर मंगेश चौधरी ने बताया ।
उन्होंने कहा कि अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा को उपलब्ध कराने के लिए डॉक्टर केएन गुप्ता फेफड़ा एवं उदर रोग विशेषज्ञ, डॉक्टर सबीना खातून( स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ) डॉo राघवेंद्र (फिजिशियन) डॉo शैलेंद्र कुमार (जनरल एवं लैप्रोस्कोपिक सर्जन एवं डॉ रमेश चन्द्र (न्यूरो फिजिशियन की तैनाती है । न्यूरो फिजिशियन डॉo रमेश चन्द्र प्रत्येक रविवार को 10 बजे से 4 बजे तक अस्पताल में बैठेंगे इसके अलावा सभी डॉक्टर हर दिवस में उपस्थित रहेंगे ।

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सोमवार, 17 जून 2024

दार्जिलिंग में बड़ा ट्रेन हादसा, मालगाड़ी की कंचनजंगा एक्सप्रेस से टक्कर, सात लोगों की मौत

पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में एक बड़ा ट्रेन हादसा हुआ है. यहां मालगाड़ी की कंचनजंगा एक्सप्रेस से टक्कर हो गई है. यह हादसा जलपाईगुड़ी के पास हुआ है. कंचनजंगा एक्सप्रेस सियालदाह जा रही थी. टक्कर के कारण कंचनजंगा ट्रेन की कई बोगियां पटरी से उतर गई हैं. इस हादसे में 7 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और 25 लोग घायल हो गए हैं. इस हादसे को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी दुख व्यक्त करते हुए पोस्ट किया है.
ममता बनर्जी ने एक्स पर इस हादसे के बारे में बात करते हुए अपनी पोस्ट में लिखा, "दार्जिलिंग जिले के फांसीदेवा इलाके में एक दुखद रेल दुर्घटना के बारे में जानकर मैं स्तब्ध हूं. विस्तृत जानकारी का इंतज़ार है, बताया जा रहा है कि कंचनजंगा एक्सप्रेस एक मालगाड़ी से टकरा गई है. बचाव और चिकित्सा सहायता के लिए डीएम, एसपी, डॉक्टर, एम्बुलेंस और आपदा दल घटनास्थल पर पहुंच गए हैं. हमने युद्धस्तर पर कार्रवाई शुरू कर दी है."
कंजनजंगा एक्सप्रेस में फंसे हुए लोगों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है. जानकारी के मुताबिक, मालगाड़ी ने सिग्नल पार कर दिया और कंचनजंगा ट्रेन के पिछले हिस्से से टकरा गई. कंचनजंघा के दो पार्सल और गार्ड कोच में टक्कर हुई है. लोगों के रैस्क्यू के लिए मौके पर एनडीआरएफ, डिवीजनल टीम और 15 एंबुलेंस पहुंच गई हैं. रेल मंत्री, राज्यमंत्री मंत्रालय के वॉर रूम से इस घटना का जायजा ले रहे हैं. साथ ही इस हादसे में दो लोगों की मौत की भी संभावना जताई जा रही है. 

राज्य सरकार ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर

लोगों की सहायता के लिए राज्य सरकार द्वारा कुछ हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं. सियालदाह के लिए हेल्प डेस्क नंबर -033-23508794, 033-23833326 है. जीएचवाई स्टेशन का हेल्प डेस्क नंबर - 03612731621, 03612731622, 03612731623. एलएमजी हेल्पलाइन नंबर - 03674263958, 03674263831, 03674263120, 03674263126, 03674263858. कटिहार हेल्पलाइन नंबर - 09002041952, 9771441956. 



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बुधवार, 12 जून 2024

ट्रक पलटने से सड़क के किनारे सो रहे एक ही परिवार के आठ लोगों की मौत

उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में आज तड़के सड़क किनारे झोपड़ी में रह रहे एक परिवार पर बालू लदा ट्रक पलट गया. इस हादसे में आठ लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. मरने वालों में दो पुरुष, दो महिला और चार बच्चे शामिल हैं. सभी एक ही परिवार के बताए जा रहे हैं. हादसे के बाद चीख-पुकार मच गई. पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से शवों को बाहर निकाला गया. 
दरअसल, यहां पर एक जनजाति का परिवार झोपड़ी डालकर रहता था. रोजाना की तरह परिवार सड़क के किनारे अपनी झोपड़ी में सो रहा था. तभी बुधवार तड़के मेंहदीघाट कन्नौज की तरफ से हरदोई जा रहा बालू लदा ट्रक इस झोपड़ी के ऊपर पलट गया. जिससे वो बालू लदे ट्रक के नीचे दब गए. घटना में एक छोटी बच्ची  की जान बच गई है मौके पर कुल 9 लोग सड़क के किनारे सोए थे ।

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शनिवार, 1 जून 2024

नकली प्रधान ने बनाया भ्रष्टाचार का रिकार्ड, बिना काम कराए होता रहा भुगतान

सौरभ वीपी वर्मा

बस्ती - आपने ग्राम पंचायत में होने वाले कार्यों में भ्रष्टाचार का मामला तो खूब सुना और देखा होगा लेकिन जनपद के रुधौली विकास  खंड के ग्राम पंचायत कुड़ही में नकली प्रधान और सचिव ने सरकारी धन का गबन करने के मामले में भ्रष्टाचार का रिकॉर्ड बना दिया है। इतना ही नही जिस नकली प्रधान ने ग्राम पंचायत के धन को हड़पने के लिए खाका तैयार किया उसे ग्राम प्रधान राधिका चतुर्वेदी को जेल जाने तक का भी डर नही लगा । टीम तहकीकात द्वारा ग्राम पंचायत के विकास कार्यों की समीक्षा करने के दौरान पता चला कि ग्राम पंचायत में राज्य वित्त एवं केंद्रीय वित्त के खाते से कई सारी योजनाओं पर पैसा खर्च किया गया लेकिन धरातल पर काम के नाम पर भ्रष्टाचार की बू आ रही है।
ग्राम पंचायत में सबसे बड़ा भ्रष्टाचार खड़ंजा मरम्मत के नाम पर हुआ जिसपर बिना कार्य कराये एक ही कार्य पर दो बार भुगतान कर लिया गया । मुन्नू के घर से बेलवा पुलिया तक खड़ंजा मरम्मत के नाम पर 22 जनवरी 2020 को 66512 रुपये का भुगतान किया उसके बाद 7 मार्च 2020 को अलग-अलग खाते में करीब 40 हजार रूपए का भुगतान मजदूरी के नाम पर किया गया । इसी काम पर 20 मार्च 2024 को 97796 रुपये का भुगतान लिया गया दुबारा 9 मई 2024 को 21726 रुपये का भुगतान कर लिया गया। ग्रामीणों से पूछने पर बताया गया कि करीब 10 वर्ष पूर्व खड़ंजा निर्माण का कार्य हुआ था उसके बाद इसपर कभी किसी प्रकार का कोई कार्य नही हुआ है।
सड़क जिसपर मरम्मत दिखा कर भुगतान हुआ

ग्राम पंचायत के धन को हड़पने के लिए नकली प्रधान और सचिव ने इस कदर ब्लू प्रिंट तैयार किया कि कारनामे जानकर आपके होश उड़ जाएंगे , प्रधान और सचिव ने मिलकर ग्राम पंचायत में हैंडपम्प मरम्मत और रिबोर के नाम पर 17 फरवरी 2022 से लेकर 9 मई 2024 तक 6,48,117 रुपये का भुगतान कर लिया । इतने बड़े पैमाने पर हैंडपम्प रिबोर और मरम्मत का कार्य दिखा कर पैसे का भुगतान होना अपने आप में बड़ा सवाल खड़ा करता है , आखिर कैसे वर्ष दर वर्ष पूरे गांव का हैंडपम्प खराब हो गया उसके बाद मरम्मत और रिबोर के नाम पर करीब डेढ़ दर्जन नए हैंडपम्प लगने भर का पैसा खर्च हो गया यह भी अपने आप  में बड़ा सवाल है ।  बर्षों से उगी झाड़ियां ,इसी पर लिया गया भुगतान

इतना ही नही ग्राम पंचायत के धन में सेंधमारी करने के लिए ग्राम पंचायत द्वारा सफाई कर्मी किट की खरीदारी दिखाया गया जिसपर 21 अक्टूबर 2023 को 24080 रुपया 2 फरवरी 2024 को 24500रुपया एवं 6 जनवरी 2024 को डस्टबिन के नाम पर 66640 रुपया उसके पहले 93100 रुपये का भुगतान लिया गया जबकि इन सामानों के मौजूदगी का कोई प्रमाण नही मिला । ऐसे में स्पष्ट है कि ग्राम पंचायत के नकली प्रधान और सचिव द्वारा ग्राम पंचायत के खाते से सरकारी धन का दुरुपयोग करते हुए भ्रष्टाचार का साम्राज्य खड़ा किया गया।

 

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