पटेल स्मारक संस्थान में मनाई गई लौह पुरुष की जयंती
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नई दिल्ली : किसान नेता राकेश टिकैत ( Rakesh Tikait) ने कहा है कि अगर किसानों को जबरन हटाने की कोशिश की गई तो सरकारी कार्यालयों को हम गल्ला मंडी (galla mandi)में तब्दील कर देंगे. दिल्ली के गाजीपुर और टीकरी बॉर्डर (Ghazipur,Tikri border) से बैरीकेड हटाए जाने और रास्ता पूरी तरह खोले जाने को लेकर किसान नेताओं और पुलिस प्रशासन के बीच गतिरोध के बीच राकेश टिकैत ने ये चेतावनी दी है. टिकैत ने अपने परंपरागत अंदाज पुलिस प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा, अगर किसानों को जबरदस्ती हटाया गया तो हम सरकारी ऑफिसों को अनाज मंडी बना देंगे.
टिकैत ने कहा कि हमें जानकारी मिली है कि प्रशासन जेसीबी के जरिये प्रदर्शनकारी किसानों के टेंट हटाने की तैयारी कर रहा है. अगर वो ऐसा करते हैं तो किसान अपने टेंट पुलिस स्टेशन में लगा देंगे.
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नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट में लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में अदालत की निगरानी में स्वतंत्र जांच की याचिका पर आज सुनवाई हुई. CJI एनवी रमना, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस हिमा कोहली की बेंच ने ये सुनवाई की. अब अगली सुनवाई 8 नवंबर को होगी. सुनवाई के दौरान CJI ने कहा कि गवाहों के मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराए ? यूपी सरकार - कुछ गवाहों के बयान मजिस्ट्रेट के सामने कराए गए हैं, कुछ बाकी हैं. यूपी सरकार की ओर से पेश हरीश साल्वे ने कहा कि 30 गवाहों के बयान दर्ज कराए गए हैं. इनमें से 23 चश्मदीद गवाह बताए गए हैं. CJI ने कहा कि मामला ये है कि वहां पर बड़े पैमाने पर किसानों की रैली चल रही थी, क्या सिर्फ 23 चश्मदीद मिले? यूपी सरकार की ओर से साल्वे ने कहा कि हमने सार्वजनिक विज्ञापन देकर यह मांगा है कि जो चश्मदीद गवाह हैं, वो सामने आएं, जिन्होंने कार में असल में लोगों को देखा था. हमने घटना के सभी मोबाइल वीडियो और वीडियोग्राफी पर भी ध्यान दिया है.
गवाहों को सुरक्षा मुहैया कराई जाए : सुप्रीम कोर्ट
जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि इन चार हजार लोगों में से कई शायद सिर्फ देखने आए थे, लेकिन कुछ लोगों ने चीजों को गंभीरता से देखा होगा और वो गवाही देने में सक्षम हो सकते हैं. साल्वे ने कहा कि गवाह और भी होंगे जो आरोपियों की पहचान कर सकते हैं. CJI ने कहा कि क्या इन 23 चश्मदीद गवाहों में से कोई घायल हुआ है? साल्वे ने कहा -नहीं. दुर्भाग्य से जिन लोगों को चोटें आईं, उनकी बाद में मौत हो गई. सीजेआई ने कहा कि और अधिक जानकारी लें फिर हम लैब को मामले में तेजी लाने के लिए कह सकते हैं. साल्वे ने कहा- हम अदालत को अगली बार ब्योरा देंगे. CJI ने कहा कि गवाहों की सुरक्षा का भी एक मुद्दा है. साल्वे ने कहा कि उनको सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है. सुप्रीम कोर्ट ने मारे गए पत्रकार और एक आरोपी के परिवार की शिकायत पर भी यूपी सरकार से रिपोर्ट मांगी. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सरकार इन शिकायतों पर भी अलग से स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करें.
पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार पर सवाल उठाए थे. अदालत ने कहा था कि ये कभी ना खत्म होने वाली कहानी नहीं होनी चाहिए. हमें लगता है कि आप अपने पैर खींच रहे हैं. आप इस धारणा को दूर करें. कोर्ट ने पूछा कि आरोपियों को तीन दिन के लिए ही पुलिस हिरासत में क्यों लिया गया. साथ ही न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने मामले में बाकी गवाहों के बयान दर्ज करने को कहा था और संवेदनशील गवाहों की पहचान कर उन्हें सुरक्षा देने को भी कहा था. कोर्ट ने इसके बाद मामले में सुनवाई 26 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दी थी क्योंकि UP सरकार ने गवाहों के बयान दर्ज करने के लिए और समय मांगा था.
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नई दिल्ली : पेट्रोल-डीजल की कीमतों (Petrol- Diesel Prices) में लगातार तेजी देखने को मिल रही है. तेल के दामों के रोजाना नए रिकॉर्ड बनाने से आम आदमी को महंगाई की मार सता रही है. पेट्रोल-डीजल में शनिवार (23 अक्टूबर) को लगातार चौथे दिन इजाफा किया. दिल्ली में पेट्रोल और डीजल के भाव में क्रमश: 35-35 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गई है. बढ़ोतरी के बाद राजधानी में पेट्रोल 107 रुपये के पार निकल गया है. इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के मुताबिक, ताजा वृद्धि के बाद दिल्ली में पेट्रोल 107.24 रुपये प्रति लीटर जबकि डीजल 95.97 रुपये लीटर पर पहुंच गया है. देशभर में पेट्रोल और डीजल के दाम अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए.
लगातार चौथे दिन 35 पैसे महंगा हुआ तेल
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार चौथे दिन 35 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि हुई है. इससे पहले, 18 और 19 अक्टूबर को दामों में कोई बदलाव नहीं किया गया था जबकि उससे पहले लगातार चार दिन कीमतों में हर दिन 35 पैसे प्रति लीटर का इजाफा किया गया था. पेट्रोल पहले ही देश के अधिकांश हिस्सों में 100 रुपये प्रति लीटर या उससे अधिक का आंकड़ा छू चुका है, डीजल भी एक दर्जन से अधिक राज्यों में 100 के स्तर को पार कर चुका है.
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UP Election 2022 Date: देश की राजनीति में एक कहावत है कि दिल्ली की गद्दी का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर जाता है और ऐसा हो भी क्यों ना? जिस प्रदेश में 75 जिले, 403 विधानसभा सीटें, 80 लोकसभा सांसद, 31 राज्यसभा सीटें हों, उसकी राजनीति की देश में अलग ही अहमियत हो जाती है. देश के इस सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में कुछ महीने के भीतर ही सियासी दंगल की शुरुआत हो जाएगी. चुनाव की आमद देख सभी राजनीतिक दलों ने जमीन के साथ-साथ सियासी गणित पर काम करना शुरू कर दिया है.
बयानों और दौरों की राजनीतिक के बीच सबसे बड़ा सवाल अभी भी है कि आखिर उत्तर प्रदेश में चुनाव कब होंगे? इस सवाल का सटीक जवाब तो तब मिलेगा जब चुनाव आयोग तारीखों का एलान करेगा. लेकिन पिछले दो विधानसभा चुनाव के आधार पर आज हम यह जानने की कोशिश करेंगे कि उत्तर प्रदेश में अगले साल चुनाव कब हो सकते हैं ?
साल 2017 में कब हुआ चुनाव?
पिछले चुनाव की बात करें तो सात चरणों में 11 फ़रवरी से आठ मार्च के बीच चुनाव हुए थे. 11 फ़रवरी को पहले चरण में पश्चिमी यूपी की 73 सीटों पर, 15 फ़रवरी को दूसरे चरण में 67 सीटों पर, 19 फ़रवरी को तीसरे चरण में 69 सीटों पर, 23 फ़रवरी को चौथे चरण में 53 सीटों पर, 27 फ़रवरी को पाँचवें चरण में 52 सीटों पर, 4 मार्च को छठे चरण में 49 सीटों पर, 8 मार्च को सातवें चरण में 40 सीटों पर वोट डाले गए थे.
साल 2012 में कैसा था चुनावी कार्यक्रम?
साल 2012 में भी उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव आठ फरवरी से तीन मार्च के बीच हुआ था. पहले चरण के लिए 8 फरवरी, दूसरे चरण के लिए 11 फरवरी, तीसरे चरण के लिए 15 फरवरी, चौथे चरण के लिए 19 फरवरी, पांचवें चरण के लिए 23 फरवरी, छठे चरण के लिए 28 फरवरी और सातवें चरण के लिए 3 मार्च को वोट डाले गए थे. 2012 में वोटों की गिनती 6 मार्च को हुई थी.
2022 में कब हो सकते हैं चुनाव?
उत्तर प्रदेश में वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 14 मार्च 2022 तक है. इसका सीधा मतलब ये है कि इससे पहले चुनाव की पूरी प्रक्रिया पूरी होकर नई सरकार का गठन होना लाजमी है यानि नए मुख्यमंत्री का शपथ इससे पहले हो जाएगा. साल 2022 में 18वीं विधानसभा के लिए वोटिंग होगी. 14 मार्च 2017 को सत्रहवीं विधान सभा का गठन हुआ था. बीते दो चुनाव के आधार पर कह सकते हैं कि जनवरी के आखिरी हफ्ते या फरवरी की शुरुआत से लेकर मार्च के पहले हफ्ते तक उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रक्रिया पूरी हो जाएगी.
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नई दिल्ली : Petrol-Diesel Price : देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें रिकॉर्ड हाई पर बिक रही हैं. देश के अधिकतर शहरों में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये के पार चल रही है. वहीं, डीजल भी कुछ राज्यों में 100 के पार है. अधिकतर शहरों में डीजल 90 रुपये के ऊपर बिक रहा है. मंगलवार यानी 19 अक्टूबर को देश में लगातार दो दिनों से ईंधन तेल के दामों में कोई बदलाव नहीं हुआ है. इसके पहले रविवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 35 पैसों की तक की बढ़ोतरी हुई थी.
बता दें कि अगस्त-सितंबर में पेट्रोल-डीजल के दामों में तेजी थमी थी, लेकिन 24 सितंबर से डीजल और 28 सितंबर से पेट्रोल के दाम बढ़ने लगे. और इसके बाद से लेकर आज की तारीख तक ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने पेट्रोल की कीमतों में 16 बार और डीजल की कीमतों में 19 बार बढ़ोतरी की है. इतनी किस्तों में बढ़ोतरी के बाद पेट्रोल के दाम 4.65 रुपये और डीजल के दाम 5.95 रुपये प्रति लीटर की दर से बढ़ा है.
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बस्ती- ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन तहसील इकाई भानपुर की एक बैठक तहसील अध्यक्ष अवधेश श्रीवास्तव के अध्यक्षता में रविवार को सोनहा स्थित डाक बंगले में आयोजित की गई। बैठक में मुख्य रुप से संगठन की मजबूती व पत्रकार साथियों के द्वारा एक कोष व समय समय पर मासिक बैठक के लिए तथा तहसील पर सेमिनार आयोजित करने के लिए चर्चा भी हुई। व्यापार मंडल भानपुर के अध्यक्ष सुरेश चन्द्र गुप्ता व कोषाध्यक्ष भगवंत गुप्ता द्वारा पदाधिकारियों व सदस्यों को अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया। बैठक में मुख्य रूप से बस्ती मंडल महामंत्री कमलेन्द्र पटेल, संगठन मंत्री गिरजेश त्रिपाठी, जिला उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र कुमार मिश्र, रमेश चन्द्र त्रिपाठी, अनूपलाल श्रीवास्तव, शैलेन्द्र पाण्डेय, प्रशान्त पाण्डेय, विमलेश श्रीवास्तव, प्रदीप पाण्डेय, बृजलाल जायसवाल, आदित्य रंजन धर दूबे, विकास पाण्डेय, अजय पाण्डेय, सौरभ वीपी वर्मा ,धर्मेंद्र कुमार एवं कुलदीप चौधरी मौजूद रहे।
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नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश में चुनाव अब कुछ ही महीने दूर हैं. तमाम राजनीतिक दल मैदान में हैं. नेता एक पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी ज्वाइन कर रहे हैं. इस बीच राष्ट्रीय लोकदल (RLD) सबसे पहले अपना मेनिफेस्टो लेकर जनता के सामने आया है. राष्ट्रीय लोकदल के प्रवक्ता शाहिद सिद्दीकी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि 7 अक्टूबर से हमारी जन आशीर्वाद यात्रा चल रही है. जमीन पर बहुत भारी परिवर्तन चल रहा है. मीडिया को अभी अहसास नहीं हो रहा है. जयंत चौधरी हर रोज़ दो या तीन सभाएं कर रहे हैं. लोग अपना पैसा लगाकर हमारी सभाओं में आ रहे हैं. हमने सामाजिक परिवर्तन के बारे में सोचा हैं.
सिद्दीकी ने कहा कि हम अपने मेनिफेस्टो में सबकी राय ले रहे हैं. हम हर सरपंच से सुझाव मांग रहे हैं. हम 22 संकल्पों के साथ जनता के बीच जाएंगे. राष्ट्रीय लोकदल अपना घोषणापत्र 31 अक्टूबर को लखनऊ में जारी करेगा. इसके कुछ प्रमुख बिंदु इस प्रकार हैं - किसान सम्मान निधि जो अभी केंद्र से मिल रही है वह सालाना 3000 है अगर हमारी सरकार आती है तो हम यह निधि बढ़ाकर 12000 कर देंगे. जिन किसानों की जमीनें नहीं हैं उन्हें हम सालाना 15000 रुपये देंगे. हम गरीब परिवारों को राशन के साथ 3 किलो आलू भी देंगे.
सिद्दीकी ने कहा कि जो अंतर जातीय विवाह करेगा उसे आरएलडी एक लाख रुपये देगी. हम जाति को तोड़ना चाहते हैं. पुलिस की ड्यूटी को हम 8 घंटे का करेंगे. अगर उससे ज़्यादा ड्यूटी लेंगे तो उन्हें ओवर टाइम मिलेगा. पुलिस के वेतन को भी बढ़ाया जाएगा. महिलाओं की भागीदारी पुलिस में बढ़ाएंगे. हम स्टार्टअप को एक करोड़ रुपये देंगे, उनका काम देखेंगे.
उन्होंने कहा कि सरकारी कॉलेजों में मुफ़्त wifi देंगे. हम पुलिस के लोगों को गृह जनपद के आसपास तैनाती देंगे. शहरी मज़दूरों को भी मनरेगा के अंदर लाएंगे. हम SC,ST और OBC छात्रों को टॉप 500 विश्वविद्यालयों में दाख़िला पाने पर स्कॉलरशिप देंगे. हमारी सरकार आई तो पश्चिम-उत्तर, बुंदेलखंड और पूर्वांचल में हाईकोर्ट की बेंच स्थापित की जाएगी. हम प्रदूषण को देखते हुए 50000 से ज़्यादा ई बसें खरीदेंगे. हम वृद्धावस्था पेंशन को 500 से बढ़ाकर 1500 करेंगे.
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बस्ती-सोनहा थाना क्षेत्र के द्वारिका चक चौराहे पर बिजली विभाग की लापरवाही के चलते सड़क से जा रही डबल डेकर बस बिजली की तार में छू गई गनीमत रही कि बस के तार में छूते ही बिजली ट्रिप हो गई जिससे एक बड़ी दुर्घटना होते-होते बच गई ।
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बस्ती- प्रबुद्ध वर्ग के समाज से जुड़े किसानों ने जनपद के अमरौली शुमाली में कैंडल मार्च निकालकर लखीमपुर खीरी में मारे गए किसानों को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर किसान चिंतक रामबुझारत मौर्या ने कहा कि इसी समाज का एक हिस्सा किसानों को आतंकवादी और खालिस्तानी कह रहा है और इन सबके साथ भी वह किसानों को मारने और उनकी दशा को खराब करने के लिए मुट्ठी भर लोग खड़े हुए हैं।
मंगलवार को शाम 6 बजे हुए इस श्रद्धांजलि अर्पित कार्यक्रम में किसानों ने एकजुट होकर कहा कि निरंकुश सरकार 135 करोड़ की आबादी में से मात्र आधा दर्जन उद्योगपतियों को आगे बढ़ाने के लिए तीन कृषि कानून लाने का काम किया है और इसके विरोध में जब देश के किसानों ने प्रदर्शन करना शुरू किया तो भारतीय जनता पार्टी की सरकार और इससे जुड़े नेताओं और उनके कार्यकर्ताओं ने किसानों को आतंकवादी तक भी कहा है लेकिन सरकार को यह बात समझना चाहिए कि किसान किसी के उकसाने से भड़कने वाला नहीं है । किसान इमानदारी और मेहनत से अपना काम करता है और अपनी जीविका के लिए स्वयं पर विश्वास करता है इसलिए सरकार को इस बात को समझना चाहिए कि किसानों के खेती को बर्बाद करने की बजाय उनके हित में काम करना जरूरी है।
किसानों ने अमरौली शुमाली के रामनगर चौराहे पर कैंडिल मार्च निकालकर लखीमपुर खीरी हमले की निंदा करते हुए मृतक किसानों को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर किसान समर्थकों ने कहा कि किसानों का आवाज को दबाने का प्रयास किया गया लेकिन किसान डर के भागने वाला नहीं है।
कैंडिल मार्च में मुख्य रूप से प्रभकार वर्मा ,मेवालाल यादव ,रामचन्द्र यादव ,महंत यादव , राजमंगल वर्मा ,प्रभकार पटेल ,रामसेवक बौद्ध , राकेश पटेल समेत दर्जनों किसान शामिल थे।
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बस्ती : यूपी के बस्ती जिले में सदर ब्लाक कुम्हिया गांव में तेंदुआ दिखने से इलाके में दहशत फैल गया । गांव के कुछ लोगों ने तेंदुआ देखा और दूर से उसकी फोटो लिया । लेकिन पलक झपकते देर नही लगी वह आखों से ओझल हो गया । इसी बीच गाव के हबीबुल्लाह की बकरी पर तेंदुये ने हमला कर दिया । डर के मारे को कोई निकट नही जा पाया । बताया जा रहा है कुछ देर में तेंदुये ने बकरी को अपना निवाला बना लिया । इसकी जानकारी लालगंज थाना क्षेत्र के महसो पुलिस चौकी को दी गयी । कास्टेबल गजेंद्र सिंह , राम सिंह यादव मौके पर पहुचे लेकिन तेंदुये का कोई सुराग नही मिला । गांव में तेंदुआ आने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है ।
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नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में सोमवार को आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ (Poonch Encounter) हुई. तलाशी दल पर आतंकियों ने जबरदस्त फायरिंग की. मुठभेड़ में सेना के एक अफसर और चार अन्य जवान शहीद हो गए हैं. रक्षा सूत्रों ने यह जानकारी दी.
सूत्रों ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया सूचना मिलने के बाद आज सुबह तड़के सुरनकोट में डेरा की गली के पास एक गांव में अभियान शुरू किया गया. इस दौरान छिपे हुए आंतकियों ने तलाशी अभियान में जुटी टीम पर भारी फायरिंग की. जिसके चलते एक जूनियर कमीशंड अधिकारी (JCO) और चार अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हो गए. गंभीर रूप से जख्मी होने से उनकी मृत्यु हो गई.
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नई दिल्ली : यूपी के लखीमपुर खीरी में किसानों को कुचलने का आरोपी केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा को पुलिस ने पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. यूपी पुलिस ने कहा है कि आरोपी आशीष मिश्रा जांच में सहयोग नहीं कर रहा है.आशीष मिश्रा की गिरफ़्तारी पर लखीमपुर खीरी मामले में पर्यवेक्षण समिति के अध्यक्ष DIG उपेंद्र अग्रवाल ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि लंबी पूछताछ के बाद हमने पाया कि वे (आशीष मिश्रा) सहयोग नहीं कर रहे, विवेचना में कई बातें बताना नहीं चाहते. इसलिए हम उन्हें गिरफ़्तार कर रहे हैं. उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा.
सूत्रों ने बताया है कि आशीष मिश्रा घटना के दिन दोपहर 2.45 से लेकर 3.30 बजे तक कहां थे? वे इसका कोई साक्ष्य प्रस्तुत नहीं कर पाए. जबकि कई प्रत्यक्षदर्शी उनके एसयूवी में सवार होने की बात कह रहे थे. अब आशीष मिश्रा के दो सहयोगी सुमित जयसवाल और अंकित दास से भी पूछताछ की जाएगी.
आशीष मिश्रा के खिलाफ तिकुनिया थाने में 304 ए, 302, 120बी, 338, 279, 147,148,149 के तहत संगीन धाराओं में मामला दर्ज है. धारा 160 के तहत आशीष मिश्रा को पूछताछ के लिए बुलाया गया था. एसआईटी ने करीब दस घंटे तक पूछताछ की. लखीमपुर खीरी कांड से जुड़े दो अन्य लोगों की पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी है. तीन अक्टूबर को हुए लखीमपुर कांड में आठ व्यक्तियों की मौत हो गई थी.
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Basti News dabal dekar bas बस्ती- आज सुबह साढ़े सात बजे के लगभग बस्ती के अमहट पुल पर डबल डेकर बस पलट गई, बस में लगभग 80 यात्री सवार थे। इस हादसे में लगभग एक दर्जन यात्री घायल हो गए हैं। घायलों को पुलिस कर्मियों द्वारा जिला अस्पताल में कराया गया है। एडिशनल एसपी व पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है। एनएच 28 लखनऊ-गोरखपुर मार्ग पर हादसे के बाद लगे लंबा जाम को खुलवाकर यातायात बहाल कराया जा रहा है।
पुणे से आ रही बस इटावा सिद्धार्थनगर जनपद की तरफ जा रही थी, नया अमहट पुल पर ड्राइवर को झपकी आ जाने के बाद बस अनियंत्रित होकर पलट गई। इस बस में 80 से ज्यादा यात्री सवार थे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घायलों को दुर्घटनाग्रस्त बस से निकालकर अस्पताल पहुंचाया व रास्ते को खाली कराया। अभी तक इस हादसे में किसी की मौत की पुष्टि नहीं हुई है दो की हालत गंभीर है घटनास्थल पर अपर पुलिस अधीक्षक बस्ती सहित कई थानों की फोर्स पहुंच गई है। एनएच 28 गोरखपुर-लखनऊ मार्ग पर लगे भीषण जाम को खाली कराया जा रहा है।
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एनडीटीवी
नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने सांप से डसवाकर एक महिला की हत्या करने के मामले में आरोपी को जमानत देने से इनकार कर दिया. CJI एनवी रमना, जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस हिमा कोहली की बेंच एक आरोपी की जमानत याचिका पर सुनवाई कर रही थी. इस दौरान जस्टिस सूर्यकांत ने कहा कि ये नया ट्रेंड है कि लोग सपेरे से जहरीला सांप ले आते हैं और इसके जरिए हत्या कर देते हैं. राजस्थान में ये अब कॉमन होता जा रहा है सुनवाई के दौरान आरोपी कृष्ण कुमार की ओर से पेश वकील आदित्य चौधरी ने अदालत में कहा कि आरोपी के खिलाफ कोई सीधे सबूत नहीं है.उस पर आरोप है कि वो मुख्य आरोपी के साथ सपेरे के पास गया था और उसके जरिए दस हजार रुपये में सांप खरीदा था.चौधरी की दलील थी कि उसे नहीं पता था कि उसका दोस्त सांप या जहर किसलिए खरीद रहा है. उसे बताया गया था कि ये दवा के लिए चाहिए. इसके अलावा वो सांप लेकर महिला के घर भी नहीं गया था. चौधरी ने कहा कि आरोपी इंजीनियरिंग का छात्र है और उसके भविष्य के लिए जमानत दी जानी चाहिए.
दरअसल 2019 में ये खबर सुर्खियों में थी.एक महिला द्वारा अपनी सास को सांप से डसवाकर हत्या कर दी गई है.यह घटना राजस्थान के झुंझुनू जिले के एक गांव की है. आरोप है बहू अल्पना का जयपुर निवासी मनीष के साथ विवाहेतर संबंध था.अल्पना और उनकी सास सुबोध देवी गांव में एक साथ रहती थीं.अल्पना के पति और उनके भाई सेना में हैं और बाहर रहते थे. सुबोध देवी के पति राजेश भी नौकरी के कारण दूर रहते थे.सचिन और अल्पना की शादी 12 दिसंबर 2018 को हुई थी.जब उसका पति दूर था, तब अल्पना के मनीष के साथ विवाहेतर संबंध बन गए. वे अक्सर बात भी करते थे.जब सुबोध देवी को अफेयर की भनक लग गई और वह हमेशा फोन पर रहने के लिए उसे ताना मारने लगी.
जब उसकी सास प्रेम कहानी में बाधा बनने लगी तो अल्पना और उसके प्रेमी मनीष ने सुबोध देवी को इस तरह से मारने की योजना बनाई, जिससे वो फंसे भी नहीं. 2 जून 2019 को सुबोध देवी को सांप ने डस लिया.हालांकि, उसकी मौत के डेढ़ महीने बाद, अल्पना के ससुराल वालों को उस पर शक हुआ और उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.उन्होंने कुछ सबूत भी दिए.परिवार ने पुलिस को अल्पना और मनीष के फोन नंबर दिए. पुलिस के मुताबिक 2 जून को अल्पना और मनीष के बीच 124 और अल्पना और कृष्ण कुमार के बीच 19 कॉल की गईं.इन नंबरों के बीच कुछ मैसेज भी शेयर किए गए. पुलिस ने अल्पना, मनीष और उसके दोस्त कृष्ण कुमार को सुबोध देवी की हत्या में शामिल माना. उसे 4 जनवरी, 2020 को गिरफ्तार कर लिया गया तभी से वो जेल में है.
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